India News (इंडिया न्यूज़),Mahoba News: महोबा में अधिवक्ताओं ने गाजियाबाद में वकील की हत्या और हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और इस दौरान कुलपहाड़ तहसील में प्रदर्शन करते हुए अधिवक्ताओं ने तहसील के मुख्य गेट पर ताला लगाकर अपनी नाराजगी को जाहिर किया है। जनपद की सभी तहसील क्षेत्र में वकीलों का प्रदर्शन देखने को मिला। सभी अधिवक्ताओं ने पांच सूत्रीय मांगों को पूरा किए जाने बावत तीन दिन तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का ऐलान किया है। जिसको लेकर महोबा के वकीलों का प्रदर्शन हो रहा है।
दरअसल आपको बता दे कि बीते दिनों गाजियाबाद में एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी तो वहीं दूसरी तरफ एक महिला वकील से पुलिसकर्मी द्वारा अभद्रता किये जाने के मामले में हापुड़ के वकीलों द्वारा किए गए प्रदर्शन में पुलिस की लाठी चार्ज का मामला भी सामने आया है जिसमें कई वकील घायल भी हुए हैं। इसी को लेकर महोबा के वकीलों में आक्रोश व्याप्त है। बार काउंसिल के आवाहन पर महोबा जनपद के तहसील कुलपहाड़, चरखारी और जिला मुख्यालय में वकीलों का प्रदर्शन देखने को मिला है।
कुलपहाड़ में तहसील अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में इकट्ठा हुए वकीलों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस दौरान आक्रोशित वकीलों ने तहसील के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और दोनो ही मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ हापुड़ के डीएम एसपी को हटाने और लाठी चार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही किये जाने की मांग की जा रही है।
चरखारी तहसील में भी अधिवक्ताओं का आक्रोश देखने को मिला यहां अधिवक्ताओं ने पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौंपते हुए राज्यपाल से उक्त मामले में कार्यवाही की मांग की है। वकीलों ने इस दौरान प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किये जाने की भी मांग उठाई। इसके अलावा महोबा में जिलाअधिवक्ता समिति के अध्यक्ष इरेन्द्र बाबू अनुरागी के नेतृत्व में इकट्ठा हुए वकीलों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। वकीलों ने कहा कि हापुड़ में महिला पत्रकार प्रियंका त्यागी के साथ पुलिसकर्मी ने अभद्रता की कर फर्जी मुकदमा लिखा गया और जब वकीलों ने इस बाबत प्रदर्शन किया तो उन पर लाठीचार्ज की गई।
वहीं दूसरी तरफ गाजियाबाद में एक अधिवक्ता की हत्या शासन के कानून व्यवस्था के दावों की कलई खोल रहा है। वकीलों के साथ हो रहे इस प्रकार के कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। यही वजह है कि वकील पूरे जिले में बार काउंसिल के आवाहन पर 3 दिन के न्यायिक से विरत रहेंगे और प्रदर्शन कर रहे हैं। यदि उनकी पांच मांगे हापुड़ के डीएम व एसपी को हटाए जाने, दोषी पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्यवाही किए जाने साथ ही प्रदेश भर में अधिवक्ताओं के विरुद्ध मामले जो दर्ज हुए उन्हें वापस लिए जाने सहित एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पारित किये जाने की मांग के अलावा हापुड़ में घायल हुए अधिवक्ताओं को मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई गई है। यदि मांगों को जल्दी पूरा नहीं किया गया तो 3 दिन के बाद बड़े आंदोलन की चेतावनी वकीलों ने दी है।