Mainpuri By-Election 2022
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, मैनपुरी: बीजेपी ने उपचुनाव को लेकर मैनपुरी लेकसभा सीट से अपने प्रत्याशी को उतार दिया है। बीजेपी ने वहां पर जातीय समीकरण के देखते हुए रघुराज शाक्य को वहां से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर शाक्य, ठाकुर और जाटव मतदाता की भी अच्छी संख्या है। तो कहीं न कही जातीय गोलबंदी का असर परिणामों पर भी दिख सकता है।
मुलायम सिंह यादव के निधन को लेकर जनता में सहानुभूति
राजनीति के जानकारों के मुताबिक मुलायम सिंह के निधन को लेकर मैनपुरी की जनता के अंदर सहानुभूति तो है लेकिन परिवार में एकजुटता ना होने का असर चुनाव में देखने को मिल सकता है। माना जाता है कि पिछली बार इस सीट पर हुए चुनाव में मैनपुरी, भोगांव, किशनी जिले में नेता जी उनती मजबूती के साथ चुनाव नहीं लड़ पाए थे, लेकिन बाद में जसवंतनगर विधानसभा सीट आने के बाद मुलायम सिंह यादव की जीत भारी बहुमतों से तय हो गई थी।
परिवार को एकजुट करना सबसे बड़ा चुनौती
डिंपल और अखिलेश यादव के सामने सबसे बड़ी चुनौती परिवार को एकजुट करने की ही होगी। मैनपुरी लोकसभा के तहत जसवंतनगर विधानसभा सीट भी आती है। इस सीट से शिवपाल सिंह यादव विधायक हैं। शिवपाल सिंह और अखिलेश के बीच की तल्खी सभी को मालूम है। वहीं, मुलायम की छोटी बहू अपर्णा भी अब भाजपा में हैं। इसका नुकसान डिंपल को उठाना पड़ सकता है। हालांकि, सोमवार को सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने जरूर कहा कि शिवपाल यादव से बात करने के बाद ही डिंपल को मैनपुरी से उतारा गया है।
मुलायम सिंह यादव ने 94,389 मतों से हासिल की थी जीत
मैनपुरी में अभी करीब 17 लाख वोटर्स हैं। इनमें 9.70 लाख पुरुष और 7.80 लाख महिलाएं हैं। 2019 में इस सीट पर 58.5% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। मुलायम सिंह यादव को कुल 5,24,926 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य के खाते में 4,30,537 मत पड़े थे। मुलायम को 94,389 मतों के अंतर से जीत मिली थी।
शाक्य, ठाकुर और जाटव मतदाता की अच्छी संख्या
जातीय समीकरण की बात करें तो ये सीट पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की बहुलता वाली सीट है। यहां सबसे ज्यादा यादव मतदाता हैं। इनकी संख्या करीब 3.5 लाख है। शाक्य, ठाकुर और जाटव मतदाता भी अच्छी संख्या में हैं। इनमें करीब एक लाख 60 हजार शाक्य, एक लाख 50 हजार ठाकुर, एक लाख 40 हजार जाटव, एक लाख 20 हजार ब्राह्मण, एक लाख लोधी राजपूतों के वोट हैं। वैश्य और मुस्लिम मतदाता भी एक लाख के करीब हैं। कुर्मी मतदाता भी एक लाख से ज्यादा हैं।
मैनपुरी लोकसभा सीट में विधानसभा की पांच सीटें आती हैं। इनमें चार सीटें- मैनपुरी, भोगांव, किशनी और करहल मैनपुरी जिले की हैं। इसके साथ ही इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट भी इस लोकसभा सीट का हिस्सा है। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में मैनपुरी जिले की दो सीटों पर भाजपा, जबकि दो पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी।