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इंडिया न्यूज, मैनपुरी (Uttar Pradesh) । आखिरकार चाचा शिवपाल मान ही गए। बुधवार को इटावा पहुंचे शिवपाल यादव ने खुली बैठक की। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को डिंपल यादव के लिए प्रचार करने का निर्देश दिया। शिवपाल यादव ने कहा कि डिंपल यादव हमारी बहू है। कार्यकर्ता डिंपल को जिताएं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद यह ऐलान किया। इसके साथ ही शिवपाल ने सारे कयासों पर विराम लगा दिया है।
शिवपाल के रुख बदलने के दो बड़े कारण
– मैनपुरी, इटावा, एटा में यादवों का दबदबा है। यहां सभी फैसले यादवों की पंचायत में होते हैं। अगर शिवपाल भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करते तो उनकी बिरादरी में इज्जत घट जाती।
– मैनपुरी में यादव मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। इनकी तादात साढ़े तीन लाख है। जबकि शाक्य एक लाख 60 हजार हैं। यदि यादव-मुस्लिम वोट डिंपल को मिल जाएं तो उनकी जीत एकतरफा हो सकती है। ऐसे में शिवपाल अपनी भद नहीं पिटवाना चाहते थे।
#इटावा
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव का निर्देश
कार्यकर्ताओं को शिवपाल यादव ने दिए निर्देश
डिंपल यादव के लिए कार्यकर्ता करें प्रचार:शिवपाल
कार्यकर्ताओं को खुली बैठक में शिवपाल के निर्देश #Etawah @shivpalsinghyad @dimpleyadav #IndiaNewsUP pic.twitter.com/sX9ywtMkEO— India News UP/UK (@IndiaNewsUP_UK) November 16, 2022
रामगोपाल ने कहा था- शिवपाल से पूछकर डिंपल बनीं प्रत्याशी
एक दिन पहले मंगलवार को सपा थिंक टैंक राम गोपाल यादव ने खुलासा किया था कि शिवपाल सिंह यादव से पूछकर डिंपल यादव उम्मीदवार बनी हैं। शिवपाल यादव ने कहा है कि मैं घर की बहू के साथ खड़ा हूं। अखिलेश यादव ने भी शिवपाल सिंह यादव से बात की है। ओवर कांफिडेंस से हमलोग आजमगढ़ चुनाव हारे थे। अब नहीं हारेंगे। रामपुर में पुलिस ने जोर ज्यादती की। लेकिन यहां नहीं कर पाएगी।
केशव मौर्या ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में आज भारतीय भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की एक रैली को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ रामपुर और गोला में तीनों जगह उपचुनाव हुए हैं। 2022 विधानसभा के तीनों चुनाव में अखिलेश यादव को चाचा की याद नहीं आई। अब शिवपाल को स्टार प्रचार बनाया। जब हम गोला में प्रचार कर रहे। तब अखिलेश एसी में से बाहर नहीं निकले। किसी उपचनाव में प्रचार नहीं किया। लेकिन मैनपुरी से पत्नी चुनाव मैदान में है, इसलिए यहां प्रचार में जुट गए। मैनपुरी की गुंडागर्दी को जानता हूं। मैनपुरी का दर्द जानता हूं। यहां जमीनों मकानों और दुकानों के कब्जे को भी जानता हूं। मैं आपको विश्वास दिला कर जा रहा हूं जो अवैध कब्जे किए गए हैं वह कब्जे खाली कर आऊंगा। यूपी आज कब्जा मुक्त हो गया है।
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