India News (इंडिया न्यूज़), वीर नारायण शर्मा : Mathura News : वृंदावन में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट द्वारा 125 वां अधिवेशन आयोजित किया गया। यहां देश भर के 23 राज्य से आए अनेकों पत्रकारों ने आज के परिपेक्ष में पत्रकारिता पर चर्चा की। इस अधिवेशन में भाग लेने यूपी के कारागार एवं होम गार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति पहुंचे।
यहां उन्होंने महिला कानून पर सपा नेताओं के बयान पर पलट वार करते हुए कहा कि उन लोगों को जनता ने नकार दिया है। कोई जनाधार है नहीं, वह उल्टे सीधे बयान ही करेंगे। कोरोना वेक्सीन पर भी ऐसे ही बोले थे, फिर वेक्सीन लगवाई। इस दौरान मंत्री ने यूपी की जेलों में बंद कैदियों के परिवारों की हकीकत मोबाइल स्क्रीन पर वीडियो चलाकर दिखाई।
इंडियन फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यूपी के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान अत्याचार हुए वह भयाभव था, कई जगह जेलों में बदला और पत्रकारों के उत्पीड़न हुए। उन्होंने कहा जेलों में अनेकों बंदियों को जुर्माना भरकर रिहा किया है।
जबकि अनेकों जेलों में महिला बंदियों के साथ रहने वाले बच्चों के लिए अलग से खानपान और पढ़ाई लिखाई के साथ खेलने की व्यवस्था कराई है। तो बंदियों से चर्चा करके उनके गुनाह को समझा, और उन्हे संवाद के द्वारा परिवार की परेशानियों को बताया।
मीडिया से बातचीत करते हुए पत्रकार सुरक्षा के मुद्दे पर कहा के पत्रकार हमारा चौथा स्तंभ है जोकि सरकार और जनता के बीच का माध्यम है। जिसको लेकर हम और हमारी सरकार काफी गंभीर है । वहीं महिला सुरक्षा कानून को लेकर कहा की आधी आबादी को उसका हक दिया जा रहा है। सपा मुखिया की पत्नी सांसद डिंपल यादव द्वारा महिला कानून को चुनावी बताने को लेकर बोले कि जब कोरोना काल था।
और बेकसिन बनी तो उन्होंने कहा की हम ये नही लगवाएंगे, मगर बाद में लगवाई, इसी तरह अब इनपर कुछ कहने को नही है, उन लोगों को जनता ने नकार दिया है। कोई जनाधार है नहीं, वह उल्टे सीधे बयान ही करेंगे। वहीं फेडरेशन के अध्यक्ष के बिक्रम राव ने मध्य प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून बनने को लेकर बधाई दी और कहा की हम यूपी के साथ पूरे देश में मांग करेंगे की पत्रकार सुरक्षा कानून और पत्रकार पेंशन लागू होनी चाहिए ।
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