India News (इंडिया न्यूज़), Meerut: मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक में सपा और बसपा पार्षद की मारपीट का मामला सुलझ गया है। दोनों पार्षदों के बीच भाजपा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने मध्यस्थता कराई है। सपा पार्षद कीर्ति घोपला और बसपा पार्षद आशीष चौधरी के बीच 30 दिसंबर को नगर निगम की बोर्ड बैठक में हंगामे की घटना सामने आई थी।
मध्यस्थता की जानकारी पार्षद कीर्ति घोपला ने देते हुए कही कि भाजपा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी सम्मानीय नेता हैं। अन्य लोगों के साथ हम भी उनका सम्मान करते हैं। इसलिए उनकी बात मान ली गई। कीर्ति घोपला ने कहा कि कलेक्ट्रेट में पूर्व मंत्री मुकेश सिद्धार्थ के बयान से माहौल गर्म हो गया था। मैं नहीं चाहता था शहर में कुछ गलत हो या मेरे समाज के खिलाफ मुकदमे लिखे जाएं। इसलिए समझौते की बात आगे बढ़ाई।
बैठक के दौरान मेयर हरिकांत अहलूवालिया और महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि सपा पार्षद कीर्ति घोपला और बसपा पार्षद आशीष चौधरी को सड़क पर दौड़ा दौड़ा पर पीटा गया था। सपा-बसपा के पार्षदों की पिटाई करते हुए मंत्री सोमेंद्र तोमर और एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
नगर निगम में मारपीट प्रकरण से बीजेपी के खिलाफ विपक्ष लामबंद हो गया। वहीं, सपा प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की अगुवाई में पार्षद कीर्ति घोपला के घर पहुंचकर मुलाकात की भी थी। जिसके बाद उन्होंने इस घटना पर आरोप लगाया था कि सत्ता पक्ष गलतियों को सुधारने के लिए तैयार नहीं है।
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