(Murder case registered against gangster-turned-politician Mukhtar Ansari under section 302 of IPC at the police station): एक बार फिर 22 साल पुराने मामले में मुख्तार अंसारी समेत 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को उसरी चट्टी हत्याकांड में दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के माफिया और मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मुश्किलें कम होने के वजाय बढ़ती जा रहा हैं। ऊसरी चट्टी गैंगवार में मारे गए मनोज राय के पिता ने मुख्तार अंसारी समेत 5 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। गाजीपुर की मोहम्मदाबाद कोतवाली में मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ है।
इस मामले में मुख्तार अंसारी के साथ उसके ड्राईवर सुरेंद्र शर्मा, शाहिद, गौस मोइनुद्दीन और कमाल पर केस दर्ज हैं। इस केस में ठेकेदारी के विवाद में मुख्तार पर मनोज की हत्या का आरोप लगा है। दरअसल मनोज राय और मुख्तार अंसारी ठेकेदारी के धंदे में एक साथ काम करते थे। पुलिस ने मनोज की हत्या मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ धारा 148,147,149 और 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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इस मामले में मनोज राय के पिता ने दावा किया कि मनोज व्यक्तिगत ठेके लेने लगा था। जिसकी वजह से मुख्तार मेरे बेटे मनोज से नाराज हो गया था। जिसके बाद गाजीपुर में 14 जुलाई 2001 को गैंगवार हुई थी। इस गैंगवार में मेरे बेटे के साथ मुख्तार अंसारी के दो गनर की हत्या कर दी गई और नौ लोग घायल हो गए थे। इस गैंगवार के बाद मुख़्तार अंसारी नेता बन गए।
आरोपी त्रिभुवन सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने उसरी चट्टी कांड के ट्रायल पर रोक लगा दी थी। आरोपी ने याचिका में मुकदमे का ट्रायल गाजीपुर से हटा कर दूसरे जिले में कराए जाने की मांग की थी। याचिका में कहा गया था कि मुख्तार अंसारी के भाई यहीं के सांसद हैं और उनके परिवार के लोग विधायक है। इस स्थति में मुकदमे का ट्रायल निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकता है।
फिलहाल मनोज राय हत्याकांड का केस दर्ज होने के बाद उसरी चट्टी कांड में एक नया मोड़ दिख रहा है, क्योंकि इस कांड में माफिया बृजेश सिंह के खिलाफ मुख्तार अंसारी ने केस दर्ज कराया था। साथ ही इस केस में पांच गवाही भी हो चुकी हैं।