Mulayam Singh Yadav
इंडिया न्यूज, सैफई (Uttar Pradesh) ।
मुलायम सिंह यादव को जमीनी नेता कहा जाता है। इसलिए उन्हें धरतीपुत्र उपनाम मिला था। उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जो ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं। उनके जीवन का एक ऐसा वक्त था, जब मुलायम सिंह यादव बिना चुनाव लड़े MLA बन गए थे। आइए बताते हैं वो किस्सा….
बात उनके कॉलेज लाइफ की है। इटावा के केके कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया था। कॉलेज के दिनों से ही मुलायम सिंह यादव सोशलिस्ट विचारधारा से जुड़ गए थे। इसके बाद उन्होंने छात्र राजनीति में कदम रखा। वे कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में उतरे और जीतकर अध्यक्ष भी बने। उनका यह कदम राजनीति में बहुत आगे ले गया। वे बहुत कम दिनों के भीतर राम मनोहर लोहिया, नत्थू सिंह और कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया जैसे बड़े नेताओं के खास और चहेते बन गए।
तब उनके कद और लोकप्रियता को देखकर साथी उन्हें MLA कहकर बुलाते थे। उनके दोस्त जब प्यार से उन्हें MLA कहकर पुकारते थे, तब उन्होंने नहीं सोचा था कि वे एक दिन सचमुच में विधायक बन जाएंगे और यूपी के मुख्यमंत्री और देश के रक्षामंत्री भी बने।
मुलायम सिंह यादव छात्रों के बीच कॉफी लोक्रपिय थे। छात्रहित में उन्होंने कई आंदोलन भी किए। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एक बार मुलायम सिंह यादव सिंचाई कीमत में हुए इजाफे के विरोध में धरने पर बैठे गए थे। इस घटना का जिक्र देशबंधु वशिष्ठ ने मुलायम सिंह यादव पर लिखी किताब ‘मुलायम सिंह यादव और समाजवाद’ में किया है। यही वजह थी कि उनके कार्यकाल में यूपी में छात्रसंघ चुनाव भी हुए।
यह भी पढ़ें- नेता जी ने अमिताभ बच्चन के नाम पर रख दिया था इंटर कॉलेज का नाम