Muzaffarnagar
इंडिया न्यूज, मुजफ्फरनगर (Uttar Pradesh)। पांच दोषियों को जेल की सजा पूरी करने के बाद भी मुजफ्फरनगर जेल में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा था। मगर अब एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के द्वारा पांच दोषियों को राहत मिल गई है। आपको बता दें कि, यह पांचों दोषी अपने संबंधित जुर्माने की राशि का भुगतान करने में असफल रहे और इसलिए उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा था। मगर अब एनजीओ ने इनके जुर्माने की राशि का भुगतान किया है और उन्हें जेल से बाहर आने में मदद की है।
कैदियों के जुर्माना राशि का किया भुगतान
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक दोषी मुदस्सिर खान के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था और उसे छह महीने जेल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन 1,000 रुपये का जुर्माना नहीं भरने के लिए उसे एक और महीना जेल में बिताना पड़ा। मगर एनजीओ द्वारा जुर्माना अदा करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है। इसी तरह, चोरी के लिए एक साल की सजा पूरी करने वाले एक अन्य कैदी को स्पष्ट रूप से जुर्माना न भरने के लिए दो महीने जेल में बिताने के लिए मजबूर किया जा रहा था। मगर एनजीओ द्वारा 2,000 रुपये का जुर्माना भरने के बाद उसे भी रिहा कर दिया गया। ऐसे ही एनजीओ ने बाकी कैदियों के जुर्माने की राशि का भुगतान किया है और उन्हें जेल से बाहर आने में मदद की है।
ऐसे ही कड़ियों की तलाश
मुजफ्फरनगर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा, “सभी पांच कैदी मुजफ्फरनगर और शामली जिलों के रहने वाले हैं। ऐसे कैदियों की मदद के लिए और अधिक लोगों को आगे आना चाहिए।’ संगठन से जुड़े एक सामाजिक कार्यकर्ता नादिर राणा ने कहा, ‘जेल प्रशासन ने सभी पांच कैदियों को बाहर निकालने में हमारी मदद की। हम आसपास के जिलों में भी ऐसे कैदियों की तलाश कर रहे हैं ताकि हम उनकी मदद कर सकें।
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