इंडिया न्यूज, आगरा:
New Home of Migratory Birds in Agra: उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा और मथुरा की सीमा से लगा जोधपुर झाल वेटलैंड विदेशी मेहमानों के लिए कलरव और अठखेलियों का नया ठिकाना बन गया है। सर्दी शुरू होते ही कीठम सूर सरोवर के पास मौजूद जोधपुर झाल में रंगे-बिरंगे पक्षी और तितलियां दुनिया भर के पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करने लगे हैं।
यूरोप और मध्य एशियाई देशों से उड़ कर प्रवास पर आने वाले पक्षी ब्रज क्षेत्र में आकर अपने वार्षिक चक्र को पूरा करते हैं। इन पक्षियों का भारत सहित 30 देशों में प्रवास होता है। पूर्व की सपा सरकार ने आगरा की बाह तहसील में चंबल नदी के किनारे बर्ड फेस्टिवल मनाया था। लेकिन योगी सरकार ने जोधपुर झाल को विकसित करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मथुरा जनपद में कीठम झील के निकट जोधपुर झाल पर्यटन का नया स्थल बनने जा रहा है। जिसके लिए प्रशासन ने पिछले साल यहां पर बड़े स्तर पर काम किया था। जिसका नतीजा यह सामने आया कि जोधपुर झाल रंग-बिरंगे पक्षी और तितलियों का एक नया ठिकाना बन गया हैै। विशेषज्ञों की माने तो जोधपुर झाल और आसपास की जगह को बड़े पक्षी विहार के रूप में विकसित किया जा सकता है।
जोधपुर झाल पर 30 से अधिक तितलियों की प्रजातियां और साथ ही स्तनधारियों व सरीसृप श्रेणी में नील गाय, जंगली खरगोश, गोल्डन जेकाल, जंगली सुअर, मोनीटर लिजार्ड, गार्डन लिजार्ड, नेवला आदि प्रजातियां हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, जोधपुर झाल पर 184 पक्षियों की प्रजातियां पहुंची हैं, जिनमें 139 आवासीय और 45 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां शामिल हैं। जोधपुर झाल वेटलैंड में स्थलीय और जलीय पक्षियों की लगभग 50 से अधिक प्रजातियां नेस्टिंग करती हैं।
बायो डायवर्सिटी रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसायटी की टीम यहां पर जैव विविधता का अध्ययन कर रही है। इस अध्ययन में सामने आया है कि छोटे पक्षियों की लगभग 80 प्रजातियों की पहचान की जा चुकी है। प्रवासी पक्षियों के साथ यहां सभी प्रजातियों के पक्षियों की संख्या 125 से अधिक है।