Pilibhit Tiger Reserve
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में पेट्रोलिंग के लिए मंगाए जा रहे हाथियों से गुलजार होगा। अब पीलीभीत जंगलों मे गस्ती के लिए वन बिभाग क़े कर्मचारियों को काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। विशेष परिस्थितियों में हाथियों को बाहर के जिलों से मंगा कर जंगलों मे गस्ती की जाती थी जिससे काफ़ी समय ख़राब होता था। डीएफओ के प्रयास के बाद अब इस समस्या से कर्मचारियों को जल्द ही छुटकारा मिलेगा।
हाथी को लेने वन विभाग टीम कर्नाटक निकली
बता दें कि अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर तराई के यह जिला जल्द ही कर्नाटक के हाथियों से गुलजार होने वाला है, जंगल में मौजूद कर्मचारियों की गस्ती के लिए मंगाए जा रहे हाथी अब जंगल की सुंदरता को भी बढ़ाएंगे। जंगल में मौजूद भारी में तादाद में टाइगर व अन्य जंगली जानवरों की निगरानी के लिए वन विभाग को गस्ती करनी पड़ती है। वन के अंदर दलदली क्षेत्र होने की वजह से कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। कर्मचारियों का दर्द समझते हुए डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने पीलीभीत के जंगलों में कर्नाटक के हाथी मंगाने का फैसला किया है। जिसके लिए पीलीभीत से डीएफओ सहित एक टीम कर्नाटक के लिए कूच कर चुकी है जल्द ही पीलीभीत के जंगलों में कर्नाटक के हाथी देखने को मिलेंगे जो सैलानियों के लिए भी आकर्षण के केंद्र होंगे।
तीन साल पहले भेजा था प्रस्ताव
जंगल का सबसे दुरुह इलाका लग्गा भग्गा में गश्त के लिए तथा आबादी के निकट गन्ने के खेतों में पहुंच जाने वाले बाघ, तेंदुआ, भालू आदि वन्यजीवों को रेस्क्यू करने के लिए प्रशिक्षित हाथियों को दुधवा नेशनल पार्क से लाना पड़ता रहा है।करीब तीन साल पहले टाइगर रिजर्व प्रशासन ने यहां प्रशिक्षित हाथियों की आवश्यकता बताते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा था। कोरोना जैसी महामारी का दौर चल पड़ा। इस कारण यह मामला टल गया।
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