इंडिया न्यूज, वाराणसी:
PM Modi Said Thank You to Workers: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण रेवती नक्षत्र में किया। इसके साथ ही अब यह आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा। लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि बाबा अपने भक्तों की सेवा से प्रसन्न हुए हैं, इसीलिए उन्होंने आज के दिन का आशीर्वाद दिया है।
पीएम ने आगे कहा कि बाबा का धाम हमारी आस्था, संस्कृति और सभ्यता का परिचय कराता है। इस परियोजना के पूरा होने पर हर कोई आसानी से बाबा के दर्शन कर सकेगा। हमारे दिव्यांग भाई बहनों और बुजर्गों को अब दिक्कतों को सामना नहीं करना पड़ेगा।
मंदिर का लोकार्पण करने से पहले पीएम मोदी अचानक कॉरिडोर बनाने वाले श्रमिकों से मिलने पहुंच गए। सभी नए परिसर की सीढ़ियों पर बैठे थे। पीएम वहां पहुंचे और करीब 10 मिनट तक उन पर फूल बरसाते रहे। इसके बाद पीएम उनके साथ सीढ़ी पर ही बैठ गए और काफी देर तक श्रमिकों से बातचीत भी की। पीएम ने श्रमिकों से विश्वनाथ धाम के निर्माण से जुड़े उनके अनुभव पूछे। इसके बाद उन्होंने बाबा का जयकारा लगाते हुए सभी के साथ फोटो खिंचवाई। पीएम को अपने बीच पाकर मजदूरों में उत्साह दिखा। पीएम ने उनसे हाल-पूछा और निर्माण कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
विश्वनाथ धाम को 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का क्षेत्रफल पहले 3,000 वर्ग फीट था। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के तहत लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर के आसपास की 300 से ज्यादा इमारतों को खरीदा गया। 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा जमीन में लगभग 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से निर्माण किया गया।
मंदिर के विस्तारीकरण और पुनरोद्धार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। जिसके बाद से बाबा के धाम में श्रमिक विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे थे। हर मौसम में कॉरिडोर का निर्माण कार्य चलता रहा। कोरोना के दौरान भी कॉरिडोर का निर्माण बंद नहीं हुआ।