India News (इंडिया न्यूज़) Politics : साल 2024 में लोकसभा के चुनाव होने है। जिसको लेकर सभी पार्टिया तैयारी में जुट गई है लेकिन बात अगर पार्टी के मुख्य नेताओं की करे तो बीजेपी का मुख्य चेहरा और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। वही भारत की सबसे बड़ी पार्टी के मुखिया राहुल गाँधी है। अगर दोनों के काम करने के तरीके को देखे तो काफी अंतर है। जहाँ एक तरफ नारी के सम्मान में पीएम मोदी ने झुके महिला सांसद के पैर छुए। वही राहुल गांधी संसद के बाहर उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करने वाले सांसद की वीडियो बना रहे है।
भारत में चुनाव को त्योहार की तरह मनाया जाता है। चुनाव से पहले सभी नेता और पार्टी के कार्यकर्त्ता जनता से संपर्क करना शुरू कर देते है। 2014 के बाद भारत की राजनीति में अलग सी बयार बह रही है। लोकप्रियता की बात करें तो प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के साथ – साथ दुनिया के देशो में भी लोकप्रिय है।
वही कुछ दिनों पहले भारत की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर जनता को जोड़ने का काम कर रहे थे। इस यात्रा के दौरान एक नारा “नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान ” था। उसके बाद राहुल गाँधी कभी कुली बनते है तो कभी मोची, कभी नाविक तो कभी पलम्बर।
सभी पार्टी के नेता कुछ न कुछ अलग कर लोगों को लुभाने की कोशिश करते है। लेकिन अगर जमीन पर हकीकत की बात करे तो PM MODI और राहुल गाँधी में कौन दिखावे की राजनीती कर रहा है ? पीएम मोदी की लोकप्रियता के पीछे की कारणों की बात करे तो PM MODI बुजुर्ग महिलाों का पैर छूके आशीर्वाद लेते है ऐसे कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता है।
पीएम मोदी ने नारी के सम्मान में महिला सांसद के भी पैर छुए थे। तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा में है। वही राहुल गाँधी संसद के बाहर संसद के सभापति का की मिमिक्री करने वाले सांसद का वीडियो बना रहे है और बहार उनके खिलाफ बयान बाजी कर रहे है।
पीएम मोदी की लोकप्रियता किसी खास वर्ग के लोगों में नहीं है। मोदी को युवाओं के साथ – साथ बुजुर्ग महिला भी मानती है। ऐसी ही एक खबर मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से सामने आई थी। जहा 100 साल की वृद्ध महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। वीडियो में वह महिला पीएम मोदी की तारीफ करती नजर आ रही है। वैसे तो सभी के लिए कोई न कोई कुछ बोलता है और वीडियो वायरल होता है लेकिन उस वीडियो में कुछ खास था।
वह वृद्ध महिला अपनी 25 बीघा जमीन पीएम मोदी के नाम करने के लिए तैयार था। बुजुर्ग महिला जिला मुख्यालय से 65 KM दूर हरिपुरा जागीर गांव की थी। वीडियो में उसने कहा, ”मोदी मेरा बेटा, मेरा लाल है। हमें खाने के लिए गेहूं-चावल, खाद-बीज सब दिया है। हमारा इलाज फ्री में करा रहा है। फसल खराब होती है तो मुआवजा भी देने का काम कर रहा है। इसके आलावा तीर्थ यात्रा करा दी। ऐसे ही कई सारी योजनाओं की तारीफ कर रही थी।
राहुल गाँधी कुली, मोची, नाविक, पलम्बर और क्या – क्या बने वीडियो भी बना और वायरल भी हुआ लेकिन उसके साथ ही उसी जगह का एक और वीडियो भी वायरल हुई जिसमे दिखा की वीडियो को जबरजस्ती बनाया जा रहा है। बात अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करे तो मंड्या में कई परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करने पहुंचे थे। वहा मंच पर एक महिला पीएम नरेंद्र मोदी के पास पहुंची।
पीएम मोदी के पास पहुंचते ही महिला प्रधानमंत्री का आशीर्वाद लेने के लिए पैर छूने लगी। महिला को अपनी ओर झुकता देख प्रधानमंत्री मोदी खुद नीचे झुके और उसके पैर छूने की कोशिश की। इसी दौरान वहां मौजूद मीडिया ने ये फोटो ले ली। कई समर्थकों ने उस पल को कैमरे और मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वह महिला भी चंदादेवी ‘लखपति दीदी’ के नाम से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।
वही संसद के बाहर भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ मिमिक्री कर सांसद का राहुल गाँधी वीडियो बना रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राहुल गाँधी का बिना नाम लिए आलोचना की। वही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि पीएम मोदी का उनको टेलीफोन आया और उन्होंने कुछ माननीय सांसदों की घृणित नाटकीयता पर बहुत दुख व्यक्त किया और वह भी कल पवित्र संसद परिसर में।
Received a telephone call from the Prime Minister, Shri @narendramodi Ji. He expressed great pain over the abject theatrics of some Honourable MPs and that too in the sacred Parliament complex yesterday. He told me that he has been at the receiving end of such insults for twenty…
— Vice President of India (@VPIndia) December 20, 2023
उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन यह तथ्य कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा हो सकता है, दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उनसे कहा- श्रीमान प्रधान मंत्री, कुछ लोगों की हरकतें मुझे अपना कर्तव्य निभाने और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को बनाए रखने से नहीं रोकेंगी। मैं तहे दिल से उन मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हूं। कोई भी अपमान मुझे अपना रास्ता बदलने पर मजबूर नहीं करेगा।
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