(Uttar Pradesh) उत्तरप्रदेश के संगम नगरी प्रयागराज में माघ के महीने में लगा माघ मेला महाशिवरात्रि के दिन स्नान दान के साथ खत्म हो गया। माघ मेला के छठे और आखिरी दिन पर्व महाशिवरात्रि पर लगभग 8.5 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक करने के साथ ही बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्प, धूप दीप, मिष्ठान्न, फल आदि चढ़ाकर भगवान शिव की आराधना कर मंगल कामना की।
जानकारी दें कि अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि मौसम में हल्की गर्मी होने की वजह से सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम नगरी में लगी है। श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के बाद पूजा अर्चना कर दान किया। भगवान भोलेनाथ के तरफ श्रद्धालु की भारी भीड़ जलाभिषेक के साथ दर्शन को जाता देख नजर आया। मेला के दौरान लगभग 8.5 लाख श्रद्धालु संगम तट पर मौजूद रहे।
पार्किंग की व्यवस्था
त्रिवेणी संगम आरती सेवा समिति के अध्यक्ष और ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि सिद्ध योग के साथ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को संगम तट पर स्नान और दर्शन पूजन में कोई परेशानी ना हो उसके लिए मेला क्षेत्र में ही लगभग 5 स्थानों पर शिवालयों के निकट ही गाड़ी पार्किंग की भी व्यवस्था की गई थी।
पंडितों ने बताया कि संगम नगरी में माघ मेला में अनेक जगह से साधु संत मौजद होते हैं। हर तरह के सिद्ध महापुरुष गंगा में स्नान करने दूर- दूर से आते हैं। मेले में अनेक तरह के अघोरी अपनी टोली के साथ भोलेनाथ के दर्शन पूजन तथा गंगा में डुबकी लगाने आते हैं। श्रद्धालु हर-हर महादेव के नारे के साथ गंगा में डुबकी लगाकर मनकामेश्वर मंदिर, सोमेश्वर नाथ मंदिर, वेणी माधव मंदिर और नागवासुकी मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
पुलिस ने बताया कि संपूर्ण मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर पुलिस की निगरानी थी। यातायात पुलिस, घुड़सवार पुलिस, महिला पुलिसकर्मी, अग्निशमन दल, पीएसी के जवान, एटीएस के कमांडो पूरी तरह तैनात किये गये थे। पुलिस प्रशासन द्वारा ‘स्टीमर’ के सहायता से पूरे संगम क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है।