India News (इंडिया न्यूज़),Heart Breaking Story: यूपी के प्रयागराज से दिल को झकझोर देने वाली कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। जहां खानाबदोश जिंदगी गुजारने वाले एक परिवार में महिला की मौत हो गई। परिवार वाले उसे अस्पताल ले जाने के बजाय महिला को लेकर झाड़-फूंक करने वाले ओझा के पास ले गए। लेकिन मौके पर ही महिला की मौत हो गई। जिसके बाद महिला के शव को उसके सास-ससुर और बेटे ने कपड़े में लपेटा और एक डंडे में बांध दिया।
फिर वह दोनों ओर से लाठी लेकर सड़क पर दौड़ा। जिसने भी ये नजारा देखा वो हैरान दंग रह गया। लोगों ने रुककर पूछा तो मामला समझ में आया। इसके बाद यह जानकारी पुलिस को दी गई। परिजनों ने पुलिस को पूरी कहानी बताई। उन्होनें बताया कि ये बनारस के रहने वाले हैं। लेकिन उनके पास न तो अपना घर है और न ही रहने का कोई स्थायी ठिकाना। परिवार पेड़ के पत्तों से दान करता है। या फिर भीख मांगकर जो पैसा कमाते हैं उसका इस्तेमाल घरेलू कामों में किया जाता है।
घर में पुरूषोत्तम, उनकी पत्नी, दामाद और पोता हैं। बहू की अचानक तबीयत खराब होने पर किसी ने परिवार को प्रयागराज के ओझा के बारे में बताया। उसके पास जो पैसे थे, उससे उसने टैक्सी मंगवाई और यहां आ गया। लेकिन बहू की मौत हो गई। अब उनके पास बनारस लौटने के लिए बिल्कुल भी पैसे नहीं हैं। इसलिए वे सबसे पहले शव को नजदीकी श्मशान घाट ले गए। ताकि उनका अंतिम संस्कार वहीं किया जा सके।
परिवार की दुर्दशा के बारे में सुनकर कई लोगों की आंखों में आंसू आ गए। लोगों ने पैसा इकट्ठा कर अपने परिवार को दिया। यह शव का अंतिम संस्कार करने और वाराणसी लौटने के बारे में है।
बता दें कि इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। लोगों का कहना है कि परिवार को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना चाहिए था। हालाँकि, गरीब परिवार उसे एक ओझा के पास ले गया। कुछ लोगों का कहना है कि गरीब परिवार को शायद लगा कि वे अस्पताल का खर्च वहन नहीं कर सकते और उनके पास महिला को ओझा के पास ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
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