Ramcharitmanas Controversy : ( Deputy CM Keshav Prasad Maurya accused Akhilesh Yadav and Swami Prasad Maurya and said that): पिछले कुछ दिनों से रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौर्य ट्वीट कर सभी हमलों का जवाब देते हुए अपने बयान पर कायम हैं।
अब इस मामले पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के साथ अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। डिप्टी सीएम ने स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर बयान को लेकर कहा कि वो उनका अपना बयान नहीं हैं बल्कि ये बयान अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का बयान है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी जहरीली होती है। जो समाज में गंदगी फैलती है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी की इस राजनीति से प्रदेश का माहौल बहुत खराब हो रहा है। आगे कहा कि ऐसी राजनीति से सपा को दलितों और पिछड़ों का साथ नहीं मिलेगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर जो विवादित बयान दिया है वो उनका अपना बयान नहीं है बल्कि ये अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के लोगों का बयान है। स्वामी प्रसाद मौर्य को लगता है कि वे ऐसे बयान देकर पिछड़ों और दलितों को अपने साथ कर लेंगे लेकिन हम आपको बता दे उनका भविष्य प्रदेश में नहीं है।
बयान स्वामी प्रसाद मौर्य का नहीं अखिलेश यादव और उनके कुनबे का है। ये प्रदेश के माहौल को विशैला करने की नाकाम कोशिश है। उन्हें लगता है कि वे ऐसे बयान देकर पिछड़ो, दलितों को अपने साथ कर लेंगे लेकिन उनका भविष्य प्रदेश में तो है ही नहींः उ.प्र. के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,लखनऊ pic.twitter.com/0G36nsBoqZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2023
केशव मौर्य ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा ने हमेशा से राम मंदिर निर्माण का विरोध किया है। आगे कहा कि सपा कि सरकार ने शिव भक्तों पर लाठी चलवाये, दंगे करवाये और गुंडे माफियाओं को संरक्षण देने का भी काम किया है। बता दे, बीजेपी लगातार रामचरितमानस विवाद को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी पर हमला कर रही है।
सपा के मुखिया ने इसे मौर्य का व्यक्तिगत बयान कहकर पल्ला झाड़ लिया था। लेकिन जिस तरह पिछले कुछ दिनों से स्वामी प्रसाद को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। इससे साफ होता हैं कि सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन कर रहे है।
वहीं अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल करेंगे हुए पूछा कि वो बताएं कि सदन में कौन-कौन शूद्र हैं। इससे जाहिर है की सपा ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। सपा इस तरह के बयानों के सहारे पिछड़े समाज, दलित और मुस्लिमों को अपने तरफ करने की कोशिश कर रहा है। सपा अपने रणनीति में बदलाव करने की लिए किसी हद तक जाने के लिए तैयार है।