इंडिया न्यूज,प्रयागराज:
Rampur Khas Legislative Assembly of Pratapgarh यूपी में कांग्रेस के दिग्गज और लोकप्रिय नेता राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी का कांग्रेसी गढ़ इस चुनाव में भी अभेद बना रहा। भाजपा समेत अन्य पार्टियों ने पूरा जोर लगा दिया लेकिन यह किला ढह नहीं पाया। रामपुर खास से प्रमोद तिवारी की बेटी अराधना मिश्रा मोना ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर हैट्रिक लगा दी। इस दुर्ग को जीतने के लिए भाजपा ने पूरा जोर लगा दिया लेकिन नाकाम रहे और जीत हमेशा की तरह मोना के हिस्से ही आई।
कद्दावर नेता प्रमोद तिवारी की राजनीतिक विरासत को संभालने में मोना सफलता की एक और सीढ़ी चढ़ गईं। रामपुरखास के कांग्रेसी दुर्ग को ध्वस्त करने के लिए अन्य दल 1980 से घेराबंदी करते आ रहे हैं। अभी तक भाजपा, सपा व बसपा अपने उम्मीदवार को विजय दिलाने में एड़ी चोटी का जोर लगा चुकी है। इस बार 2022 के चुनाव में भी रामपुरखास आए सीएम योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह, अपना दल राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सांसद संगम लाल गुप्ता आदि के द्वारा जनता को रिझाने के सभी प्रयास यहां असफल रहे।
कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी का नाम गिनीज बुक में दर्ज है। रामपुर खास से कांग्रेस के झंडे तले लगातार नौ बार विधायक रह चुके हैं। रहकर गिनीज बुक में रिकार्ड दर्ज कराने वाले दिग्गज कांग्रेस नेता प्रमोद की बेटी आराधना मिश्रा ने उनके राज्य सभा सदस्य बनने के बाद रिक्त सीट पर 2014 में हुए उपचुनाव में विजय पाकर वर्ष 2017 में भाजपा की जबरदस्त लहर के बीच भी बीजेपी प्रत्याशी नागेश प्रताप सिंह को 17,066 मतों से पराजित किया था। इस बार भी मोना ने विजय की हैट्रिक लगाकर भाजपा को यहां पांव जमाने का मौका नहीं दिया।