(People longing for the last rites also lit the funeral pyre by putting emerald on the dead body of the woman.): (Rampur) श्मशान में टिन शेड तो नही मिली पन्ना डालकर ही अंतिम संस्कार करने को मजबूर होना पड़ा।
यह मामला यूपी के रामपुर मनिहारान विधानसभा क्षेत्र के गांव सकतपुर का मामला है। जहा महिला की मौत से भी मजाक हो गया। श्मशान में टिन शेड तो नही मिली पन्ना डालकर ही अंतिम संस्कार करने को मजबूर होना पड़ा।
एक तरफ जहां सरकार लगातार विकास कार्यों के रिकॉर्ड तोड़ दावे कर रही है तो वही दूसरी ओर जिले की रामपुर मनिहारान विधानसभा क्षेत्र के गांव सकतपुर में शमशान घाट में शेड यानि छतरी न होने के कारण अंतिम संस्कार के दौरान ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
बता दे , देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव सकतपुर में खसरा नंबर 48/194 पर श्मशान घाट के नाम से करीब भूमि दर्ज है। जिसको कब्जा मुक्त कराने व भूमि में खडे पेड़ कटवाकर निर्माण कार्य कराने के लिए ग्राम प्रधान श्रीमती रूबी पत्नी अमित कुमार द्वारा एसडीएम को शिकायती पत्र भी दिए गए थे लेकिन उदासीनता के चलते मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। जिसका नतीजा गत दिनों देखने को मिला कि गांव की ही एक महिला की अचानक मृत्यु हो गई।
जिसके अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीण संस्कार में लगे हुए थे कि अचानक तेज बारिश शुरु हो गई। आनन फानन में ग्रामीणों द्वारा चिता के ऊपर पन्ना लगाकर चिता को मुखाग्नि दी गई, लेकिन चिता की उठती लपटों से पन्ना पिघल गया। पन्ने को पकड़े खड़े ग्रामीणों का सब्र भी जवाब दे गया।
जिससे चिता को जलने व ग्रामीणों को भारी बारिश में खुले आसमान के नीचे खड़े होकर क्रियाकर्म करने पर मजबूर होना पड़ा। जैसे तैसे करके ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार कर दिया लेकिन आगामी भविष्य के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है? ग्रामीणों ने अपने गांव में अविलंब शेड बनवाने की मांग की है।