India News UP (इंडिया न्यूज), UP News: यूपी के संभल जिले में एक 70 वर्षीय साधु ने भीषण गर्मी में तपस्या कर रहे थे, लेकिन उनकी मौत हो गई। यह 70 वर्षीय साधु तीन दिनों तक तपस्या कर रहे थे और रविवार को उनकी तबियत बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
संभल जिले में एक 70 वर्षीय साधु ने भीषण गर्मी के बीच एक अनुष्ठान के तहत ध्यान किया था, लेकिन उनकी मौत हो गई जब उनकी तबियत बिगड़ गई और वह अस्पताल में ले जाये गए। एक अधिकारी ने दर्ज किया कि उन्हें तीन दिनों तक अग्नि पूजा के दौरान सस्ता तेल और अगरबत्ती की धुन में ध्यान करते देखा गया था।
अमेठी के निवासी कमलीवाले प्रहेलिक बाबा कैला देवी थाना क्षेत्र के बेनीपुर में पंचाग्नि तप कर रहे थे। उनकी ‘तपस्या’ 23 मई से 27 मई तक संपन्न होने वाली थी, जिसके लिए उन्होंने प्रशासन, संभल के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट विनय कुमार मिश्रा से मंजूरी प्राप्त की थी।
मिश्रा ने बताया कि रविवार को साधु की तबियत एकाएक भगोड़ गई, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, परंतु रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। स्थानीय निवासियों के अनुसार, उन्होंने भीषण गर्मी के बाबद अपने चारों ओर अलाव जलाकर तपस्या की थी और संभावना है कि गर्मी के कारण ही उनकी मृत्यु हो गई। उनके अनुयायियों ने कहा कि वे विश्व शांति और नशे की दवा की लत से मुक्ति के लिए समर्पित थे।
संभल जिला प्राशासन ने बताया कि उन्होंने विभिन्न स्थानों पर 23 बार इसी तरह की ‘तपस्या’ की थी। मिश्रा ने बताया कि साधु के परिजनों को उनकी मृत्यु की सूचना पहुंचाई गई है। लोग यह भी पूछ रहे हैं कि कमलीवाले पागल बाबा को इस अत्याधुनिक गर्मी में प्राशासन ने तपस्या करने की अनुमति क्यूं दी और अनुमति देने के बाद वहां चिकित्सा की व्यवस्था क्यों नहीं की गई। उनके सेवादारों ने भी प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रति गहरी नाराजगी जताई है।