इंडिया न्यूज,Prayagraj: Sangam area Prayagraj : प्रयागराज संगम में देश से ही नहीं अपितु विदेशों से भी लोग आते हैं। यहां पर गंगा, यमुना नदियों का संगम है। श्रद्धालुओं की आवाजाही पूरे साल बनी रहती है। हालात यहां कि इस तरह के हैं कि अंधेरा होने के साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा का इंतजाम नहीं होता है।
हालात कुछ इस तरह के हैं कि त्रिवेणी मार्ग से बांध पर चढ़ने के बाद आप संगम क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं। पैदल, बाइक, ई-रिक्शा हो फिर किसी दूसरे वाहन से। सड़क के दोनों छोर पर कहीं-कहीं लगी दुकान के पास श्रद्धालुओं की भीड़ दिख जाती है। हालांकि पुलिसकर्मी नहीं नजर आते। रास्ते से होते हुए आप संगम तट तक पहुंच जाते हैं, जहां जल पुलिस के कुछ जवान सीटी बजाते हुए दिखते हैं। वहां स्नानार्थियों के साथ अगर कोई घटना होती है तो तत्काल मदद के लिए सिविल पुलिस मौजूद नहीं रहती है।
संगम के अलावा काली घाट, दशाश्वमेघ घाट और दूसरे स्थान पर भी कोई सुरक्षाकर्मी नहीं दिखता है। शाम होते ही अपराधी तत्व होते हैं सक्रिय स्थित यह है कि शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। उनकी हरकतों का विरोध करने पर तीर्थ पुरोहित, नाविकों और दुकानदारों से झगड़ा होता है। पुलिस की मुस्तैदी के अभाव में ही अक्सर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट, चोरी और छिनैती की घटनाएं होती हैं। कुछ दिन पहले छात्रों दो छात्रों पर भी हमला हुआ था। इससे लोगों में भय व्याप्त होने लगा है।
इस मामजले में सीओ पंचम आस्था जायसवाल कहती हैं कि हनुमान मंदिर से लेकर बक्शी बांध तक पुलिस की गश्त होती है। पिकेट भी रहती है। मैं खुद भी पेट्रोलिंग करती हूं, ताकि कोई समस्या न हो।
ज्ञानवापी में मुस्लिमों का प्रवेश होगा या नहीं, फास्ट ट्रैक कोर्ट जारी करेगा निर्देश, 30 को होगी सुनवाई
यह भी पढ़ेंः यूएस में 18 छात्रों समेत 21 का कत्ल, बाइडन ने जताया दुख, कहा- अब एक्शन होगा
Connect With Us : Twitter | Facebookhttps://indianewsup.com/whether-muslims-will-enter-gyanvapi-or-not/