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Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center: काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी ईशा योग केंद्र में सप्तऋषि आरती संचालित करेंगे

• LAST UPDATED : December 22, 2021

इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center: अगस्त्य जयंती के अवसर पर, दिसंबर 2021 में काशी विश्वनाथ मंदिर के सात पुजारी कोयंबटूर में ईशा योग केंद्र में सप्तऋषि आरती संचालित करेंगे। इस शक्तिशाली प्रक्रिया को शिव ने अपने सात शिष्यों, सप्तऋषियों को हजारों साल पहले सिखाया था। इसे वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों के द्वारा अपने शुद्धतम रूप में कायम रखा गया है, और यह एकमात्र अवसर है जब यह आरती काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर प्रस्तुत की जाती है।

Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center

शिव की कृपा प्राप्त करने का तरीका है सप्तऋषि आरती Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center

ईशा फाउण्डेशन के संस्थापक, सद्गुरु समझाते हैं कि जब आदियोगी ने सप्तऋषियों से दुनिया में बाहर जाकर उनके संदेश को फैलाने को कहा, तब वे दुखी हो गए कि वे उन्हें फिर कभी नहीं देख पाएंगे। उन्होंने उनसे पूछा, “हम आपकी उपस्थिति को अपने साथ कैसे रख सकते हैं?” इस अनुरोध को स्वीकार करके आदियोगी ने उन्हें “सप्तऋषि आरती” सिखाई, जो शिव की कृपा को प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है।

Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center

सद्गुरु की काशी विश्वनाथ मंदिर की यात्रा से हुई थी शुरूआत Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center

2017 से, यह प्रक्रिया हर साल ईशा योग केंद्र में की जाती है। इसकी शुरूआत सद्गुरु की काशी विश्वनाथ मंदिर की यात्रा से हुई, जहां उनका इस आरती का पहला अनुभव बहुत शक्तिशाली था। आरती को ऊर्जा के एक शक्तिशाली अंबार को खड़ा करने की एक विधि के रूप में बताते हुए, वे कहते हैं, “यह एक टेक्नॉलजी है। इस मंदिर में उस 45 मिनट से एक घंटे में उन्होंने जो ऊर्जा पैदा की वह जबरदस्त थी। कहीं भी पुजारियों के द्वारा की गई पूजा में मैंने कभी ऐसी कोई चीज नहीं देखी है।”

पवित्र प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर प्रदान करती है पूजा Saptarishi Aarti at Isha Yoga Center

यह प्रक्रिया आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर जाने को दशार्ती है, जो शीतकालीन संक्रांति के दौरान होता है। यह पूजा हमें उस पवित्र प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर प्रदान करती है जो काशी विश्वनाथ मंदिर में हजारों साल से की जा रही है। यह प्रक्रिया कल शाम 6:30 पर ऑनलाइन दिखाई जाएगी। प्रतिभागी आरती में शामिल होने के लिए यहां क्लिक करके शामिल हो सकते हैं।

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