(Scholarship Scam: Two trusts came under ED investigation, ED gave information about 50 bank accounts of college manager): ईडी को छात्रवृत्ति घोटाले (Scholarship Scam) की जांच में कॉलेजों से जुड़े दो ट्रस्ट के बारे में पता चला है। ईडी ने घोटाले में भूमिका के प्रमाण की जांच शुरू कर दी है।
ईडी ने कॉलेज संचालकों के दोनों ट्रस्ट के साथ राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों के 50 से ज्यादा खातों की जानकारी भी शुरू की है। ईडी ने बीते पांच वर्ष के दौरान खातों से हुए लेन-देन का स्टेटमेंट बैंकों को पत्र लिखकर देने को कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में फर्रुखाबाद में डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता एजूकेशन एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट संचालित होने की जानकारी मिली है। इन दो ट्रस्ट के जरिए फार्मेसी कॉलेज, मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, स्कूल ऑफ एजूकेशन बीटीसी संचालित किया जा रहा है।
वही एसएस एजूकेशनल ट्रस्ट के जरिए लखनऊ के एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनजमेंट का संचालन हो रहा है। इसी तरह ऑरेगॉन एजूकेशनल सोसाइटी के जरिए लखनऊ के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी का संचालन किया जा रहा है। ईडी ने बैंक से इन सभी के बैंक खातों में हुए लेन-देन का ब्योरा निकला है।
डॉ. ओमप्रकाश गुप्ता ग्रुप द्वारा संचालित दो दर्जन से ज्यादा बैंक खाताें की जानकारी ईडी के अधिकारियों ने मांगी है। इसी तरह सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के पांच खातों, एसएस इंस्टीटयृट ऑफ मैनेजमेंट के 12 खातों, भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन के आधा दर्जन से अधिक खातोंहाइजिया ग्रुप के चार खातों, और हरदोई के जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मेसी के तीन खातों की जानकारी मांगी गई है।
ईडी ने इस बारे में बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई, आर्यावर्त बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक आदि को पत्र लिखा है।
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