India News (इंडिया न्यूज़), Shreya Tiwari Case: चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज की छात्रा श्रेया तिवारी की आत्महत्या का प्रकरण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रा की मौत मामले में धारा 306 और 201 के तहत प्रिंसिपल और क्लास टीचर के ऊपर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजना का प्रकरण सुर्खियों में बना था। जिसमें पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में साक्ष्य के साथ आरोपियों को पेश किया था। सीजेएम ने पहले साक्ष्य के आधार पर बेल एप्लीकेशन ना मंजूर करते हुए 14 दिन के न्यायिक अभीरक्षा में भेज दिया था।
जेल जिसकी बेल एप्लीकेशन जिला न्यायालय में लंबित था, सीजेएम कोर्ट द्वारा साक्ष्य के अभाव में पुलिस की रिपोर्ट पर प्रिंसिपल और क्लास टीचर को रिहाई का दिया गया। आदेश समय अभाव के कारण आज सुबह प्रिंसिपल और क्लास टीचरको जमानत मिल गई।
31 जुलाई को चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज की कक्षा 11 की छात्रा श्रेया तिवारी के बैग से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। जिसको लेकर उसकी प्रधानाचार्य के समक्ष पेशी होती है। वहीं मोबाइल फोन का बैग में मिलने पर प्रधानाचार्य द्वारा छात्रा को डांटा फटकारा जाता है और अपने कक्षा के बाहर खड़ा करते हुए परिजनों को बुलाने की बात कही जाती है। जिसके बाद विद्यालय की तरफ से श्रेया के घर वालों को फोन कर बुलाया जाता है। वहीं स्कूल परिसर परिजनों का इंतजार करने लगते हैं। कक्षा के बाहर खड़ी काफी देर तक खड़ी रहने के बाद श्रेया अचानक ऊपर जाने के लिए सीढि़यों की ओर चल देती है। और छात्रा तीसरी मंजिल पर पहुंचकर वहां से कूदने का प्रयास करने लगती है, बच्चे शोर मचाते हैं। लेकिन जब तक उसे बचाया जाता तब तक वह ऊपर से कूद चुकी होती है।
जिसके बाद से विद्यालय के कर्मचारी उसे आनन- फानन में लेकर रमा अस्पताल में पहुंचते हैं, जहां चिकित्सक ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। जब परिजन विद्यालय पहुंचते हैं तो उन्हें श्रेया के साथ हुए हादसे की जानकारी दी जाती है। खबर मिलने के बाद परिजन पुलिस को फोन कर इस बात की सूचना देते हैं। मौके पर पुलिस पहुंचती है और फोरेंसिक टीम को बुलाकर छानबीन शुरु कर देती है। परिजनों द्वारा विद्यालय प्रबंधन पर अनेक आरोप लगाए जाते हैं। उसके बाद पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है। हैरान करने वाली बात तो ये होती है कि पोस्टमार्टम में चोट के कारण मौत की वजह सामने आती है।
इसके बाद से सामाजिक संगठनों के दबाव और लोगों के बढ़ते रोष को देखते हुए मामले में प्रकाश डाला जाता है। वहीं, प्रशासन ने विवेचना के बाद प्रधानाध्यापक सोनम मिश्रा और कक्षाध्यापक अभिषेक राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है।
पूछताछ में प्रिंसिपल व टीचर ने बताया कि चैक करने पर श्रेया के बैग से मोबाइल फोन बरामद हुआ था। जिसके लिए उसे डांटा फटकारा गया था। साथ ही छात्रा के परिजनों को फोन किया गया था। वहीं प्रिंसिपल ने बताया कि हमनें छात्रा को सिर्फ सजा के तौर पर ऑफिस के बाहर खड़ा किया गया था। और परिजनों के आने का इंतजार हो रहा था।
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