वाराणसी: वाराणसी ( Varanasi ) में गंगा किनारे टेंट सिटी (Tent City ) का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. आगामी 13 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Modi ) इसका उद्धाटन करेंगे जिसको लेकर तैयारियां पूरी हो गई है. गंगा किनारे ( Bank Of Ganga ) रेत पर बनी टेंट सिटी काशी नगरी आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. टेंट सिटी को गंगा के उस पार रेतीले स्थान पर बनाया गया है. जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. टेंट सिटी में आने वाले पर्यटकों के लिए सभी प्रकार की सुख सुविधाओं का ध्यान रखा गया है.
Uttar Pradesh | On the sandy banks of river Ganga, a 'Tent City' with all modern facilities has been set up in Varanasi for the tourists visiting the holy city pic.twitter.com/3Y1RrvK6AF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 7, 2023
टेंट सिटी में पर्यटक रह पाएंगे साथ ही गंगा किनारे शानदार और यादगार पल बीता पाएंगे. टेंट सिटी का उद्धाटन पीएम मोदी 13 जनवरी को करेंगे जिसमे प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी मौजूद रहेंगे. टेंट सिटी निर्माण का जिम्मेदारी रखने वाली कंपनी ने बताया कि इसके निर्माण का काम अपने आखिरी चरण में है. जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा.
टेंट सिटी में बुकिंग केवल ऑनलाईन माध्यम से होगी. ये पर्यटकों के लिए कितना आकर्षण का केंद्र है वो बस इस बात से पता चलता है कि सैकड़ो लोगो अभी तक बुकिंग के लिए पूछताछ कर चुकें है. आपको बता दें कि इस टेंट सिटी को कई जोन में विभिन्न कामों के लिए बांटा गया है. इसमें व्यक्तिगत रहने के लिए, बैंक्वेंट हॉल, कांफ्रेस रुम समेत अनेक जगहें बनाई गईं है. जिसमे विभिन्न आयोजन के लिए स्थान बनाए गए हैं.
गंगा का किनारा कई जोड़ों के नए जीवन की शुरुआत का साक्षी बनेगा. दरअसल गंगा किनारे बने टेंट सिटी में बकायदा बैंक्वेट हॉल का भी निर्माण किया गया है. जिसके लिए बुकिंग की जाएगी. टेंट प्रशासन के अनुसार अभी तक 50 से अधिक लोग बैंक्वेंट बुक करने के लिए आ चुके है. प्रशासन का कहना है कि जैसे ही इसकी बुकिंग प्रक्रिया शुरु होगी पूरी जानकारी दी जाएगी.
इस टेंट सिटी में कांफ्रेस रुम की भी व्यवस्था है. जिसमे तमाम कंपनियों के लोग मीटिंग इत्यादि कर सकते हैं. वही इसके लिए पहले से बुकिंग करनी होगी. ये बुकिंग घंटे के आधार पर होगी. इस कांफ्रेस रुम में सारी सुविधाएं मिलेंगी जो कि आवश्यक हैं. वही टेबल चेयर के साथ बैठने का पूरा प्रबंध किया गया है जिससे कि कांफ्रेस रुम में मीटिंग के दौरान किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो.
ये भी पढ़ें- विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस खोलने से पहले देश के शैक्षिक संस्थान की दशा सुधारे सरकार : अखिलेश यादव