इंडिया न्यूज, लखनऊ :
लखनऊ के माल इलाके में प्रेमी ने प्रेमिका को शॉपिंग कराने के लिए खुद के अपहरण की कहानी रच एक लाख की फिरौती मांगी।साथ ही बहन के मोबाइल पर वीडियो भेजा। साथ ही मैसेज किया कि अगर पुलिस को सूचना दी उसकी लाश मिलेगी। जांच में जुटी पुलिस ने दोनों को पकड़कर मामले का पदार्फाश कर दिया।
रनीपारा गांव निवासी किसान भइयालाल का बेटा आशीष रावत (30) बृहस्पतिवार शाम करीब साढ़े सात बजे सरसंडा गांव में आयोजित एक तिलक समारोह में गया था। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने उसे कई बार कॉल की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस बीच युवक की बहन शिवानी के मोबाइल पर कई वीडियो आए, जिसमें आशीष रस्सियों से बंधा हुआ था। फिरौती के लिए परिजनों से एक लाख रुपये की मांग की गई। साथ ही मेसेज था कि पुलिस को सूचना दी तो आशीष जिंदा नहीं मिलेगा। इससे पूरा परिवार सहम गया।
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भइयालाल ने हिम्मत दिखाते हुए सुबह घटना की जानकारी पुलिस को दी। आला अफसरों के निर्देश के बाद सर्विलांस सेल सहित स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुट गई। कई घंटे की पड़ताल के बाद आशीष के मोबाइल की लोकेशन रामपुर मजरा मसीढ़ा रतन गांव में मिली। लोकेशन को ट्रेस करते हुए पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां आशीष और उसकी प्रेमिका मुन्नी थी।
पुलिस ने किडनैपरों के बारे में पूछा तो आशीष के हाथपांव फूल गए। पूछताछ में उसने बताया कि प्रेमिका को घुमाने व खरीददारी के लिए रुपयों की जरूरत थी। इसीलिए खुद के अपहरण की कहानी रची थी। घटना का खुलासा करने में एसओ, प्रभारी सर्विलांस सेल अनूप, मुख्य आरक्षी सर्विलांस रामनरेश कनौजिया, आरक्षी जयबहादुर राय, धर्मेंद्र कुमार पटेल, धीरेंद्र मौर्या व आरक्षी बबीता कुमारी ने अहम भूमिका निभाई।
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