Aligarh
इंडिया न्यूज, अलीगढ़ (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के डीएस कॉलेज में एक मुस्लिम छात्र ने छात्राओं के साथ अश्लील हरकत की। आरोपी छात्र के पास से फर्जी आईडी बरामद हुई हैं। फिलहाल पुलिस इन फर्जी आईडी की जांच कर रही है।
मुस्लिम छात्र हाथ में कलावा बांधकर कॉलेज आता था। इस दौरान वह खुद को हिंदू बताकर छात्राओं से मिलता था। आरोपी हिंदू नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया गया है। पुलिस को आरोपी छात्र के पास से कई फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए हैं। सारे आईडी कार्ड में उसका अलग-अलग नाम लिखा है। कुछ में आरोपी का नाम मो. सुहैल लिखा है, तो अन्य आईडी कार्ड पर उसका नाम राहुल लिखा है। बताया जा रहा है कि वह राहुल नाम से ही हिंदू छात्राओं से मिलता था।
आरोपी छात्ने हाथ में पहना था कलावा और कड़ा
डीएस कॉलेज की दो छात्राओं ने BCA के एक मुस्लिम छात्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पहले उनके पास आकर बैठा। वहीं कुछ समय बाद वह उनके साथ अश्लीलता करने लगा। जिसके बाद छात्राओं ने मामले की जानकारी अन्य छात्रों और प्रॉक्टर को दी। मामले की जानकारी होने पर अन्य छात्र आरोपी के पास पहुंचे, तो वह पहले उनसे उलझ गया। इसके बाद आरोपी छात्र से उसका नाम पूछा तो उसने अपना हिंदू नाम बताकर आईडी कार्ड दिखाया। लेकिन जांच करने पर पता चला कि वह मुस्लिम है। अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फर्जी आईडी कार्ड बनवा रखे हैं। साथ ही आरोपी ने हाथ में कलावा और कड़ा पहना हुआ था। जांच में सामने आय़ा कि आरोपी लोगों को गुमराह करने के लिए ऐसा करता है।
फर्जी आईडी और दस्तावेजों की हो रही है जांच
मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी अपने बचाव में कहने लगा कि वह सभी धर्मों की इज्जत करता है। पुलिस फर्जी आईडी मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गई है। पुलिस उससे मामले की पूछताछ कर रही है। सीओ सेकंड एएसपी पुनीत द्विवेदी ने कहा कि आरोपी छात्र के पास से मिले फर्जी आर्इडी और दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। आरोपी छात्र को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया गया है।
एबीवीपी के पूर्व प्रांत मंत्री बलदेव चौधरी ने कहा कि डीएस कालेज में गैर हिंदू छात्र अपनी असली पहचान छिपाकर हिंदू छात्राओं को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक न जाने कितने ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। अगर पुलिस द्वारा मामले पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो आंदोलन किया जाएगा। जिससे दोबारा ऐसी घटना न हो।
यह भी पढ़ें: रामनगरी में दूर से ही रंगों को देखकर हो जाएगी मंदिर, मकान, दुकान की पहचान