Tusyana Land Scam
इंडिया न्यूज, ग्रेटर नोएडा (Uttar Pradesh)। गौतमबुद्धनगर जिले में हुए तुस्याना भूमि घोटाले में बुधवार को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने भाजपा एमएलसी के भाई कैलाश भाटी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कैलश भाटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मैनेजर के पद तैनात हैं। इनके अलावा कैलाश के दो अन्य साथी कमल और दीपक को भी पकड़ा गया है।
यह भूमि घोटाला 150 करोड़ रुपए का है। इस घोटाले की जांच के लिए 30 मई को प्रदेश सरकार ने तीन सदस्य एसआईटी टीम गठित की थी। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद् के अध्यक्ष संजीव मित्तल की अध्यक्षता में समिति बनी थी। इसमें मंडलायुक्त मेरठ और अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ को सदस्य बनाया गया था।
अमीरों ने करा लिया पट्टा, पात्र वंचित रह गए
आरोप है कि तुस्याना गांव में फर्जी तरीके से भूमि के पट्टे आवंटित किए गए थे। जब भूमि घोटाला हुआ था तो कैलाश भाटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बतौर वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात था। जांच के दौरान भूमि घोटाले में उसकी अहम भूमिका का खुलासा हुआ था। इसमें पाया गया था कि जिन्हें लाभ मिलना था वे तो वंचित रह गए, लेकिन संपन्न लोगों ने गड़बड़ी कर पट्टा हासिल कर लिया।
जांच में यह भी सामने आया था कि पट्टा आवंटन में पात्रता के सभी नियम तार-तार हो गए थे। कुल मिलाकर पात्र लोगों को कुछ नहीं मिला और गलत तरीके से लोगों को पट्टे का आवंटन कर दिया गया। इतना ही नहीं, ग्रामीणों के साथ बाहर के लोगों ने मिलीभगत कर पट्टा ले लिया। इसमें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की भी भूमिका थी, क्योंकि बड़ी मिलीभगत के बगैर इतना बड़ा घोटाला संभव ही नहीं था।
शासन के निर्देश पर जांच कर रही एसआइटी
जांच में यह भी सामने आया था कि कुछ पट्टेधारकों ने पट्टे की जमीन का मुआवजा उठाने के साथ-साथ छह प्रतिशत का प्लाट भी ले लिया था। उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी चूना लगा दिया था। फर्जीवाड़े में कई पूर्व प्रधानों की भूमिका सामने आई है। एक अन्य गांव के प्रधान की भी भूमिका सामने आई थी। शासन ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है।
यह भी पढ़ें: नशेड़ी पिता ने बेटी को पहले रॉड से पीटा, फिर तमंचे से मार दी दो गोली, जानिए क्या थी वजह?