इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: क्रिकेटर मोहम्मद शमी के ट्वीट पर विवाद शुरू हो गया। मोहम्मद शमी ने ट्वीटर पर देशवासियों को दशहरा की बधाई दी। फिर क्या था इसके बाद वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए। कट्टरपंथियों ने शमी को उनका नाम बदलने तक की सलाह दे डाली। हालांकि शमी ने इन सब का जवाब नहीं दिया। वहीं उनके ट्वीट को बड़ी संख्या में लोगों ने सपोर्ट भी किया।
ट्वीट में लिखी ये बात
शमी ने बुधवार को ट्विटर पर भगवान राम द्वारा रावण का वध करते हुए एक तस्वीर शेयर की। इस पर लिखा हुआ था हैप्पी दशहरा। तस्वीर के साथ कैप्शन में उन्होंने लिखा कि दशहरे के शुभ अवसर पर मैं भागवान राम से प्रार्थना करता हूं कि वह आपके जीवन को ढेर सारी समृद्धि, सफलता और खुशियों से भर दें। आपको और आपके परिवार को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं। शमी की इस पोस्ट पर कुछ लोगों ने उन्हें निशाना बना लिया और उन पर कई तरह के कमेंट किए। सोशल मीडिया यूजर्स ने शमी को मुस्लिम होने का हवाला देते हुए अल्लाह के पक्ष में ट्वीट करने की बात कही। वहीं कई यूजर्स ने तो यहां तक कह दिया कि टीम इंडिया में जगह नहीं मिलेगी। वहीं कई लोगो उनके पक्ष में भी कमेंट करते नजर आए।
मोहम्मद शमी के खिलाफ फतवा जारी करने की बात कही
बता दे कि कट्टरपंथियों ने मोहम्मद शमी के खिलाफ फतवा जारी करने की बात कही है। शमी को इस तरह की धमकी उनके किए एक ट्वीट को लेकर मिल रही है। इतना ही नहीं, कई कट्टरपंथी तो उन्हें इस्लाम समझाने लगे और मुस्लिम होने के गुण बताने लगे। अकील भट्टी नाम के एक ट्वीटर हैंडल ने लिखा कि शर्म आनी चाहिए शमी। क्या तुम मुस्लिम हो?
कट्टरपंथियों के विरोध मे उतरे गांव के लोग
कट्टरपंथियों के निशाने पर आने के बाद मोहम्मद शमी के पक्ष में उनके ही समाज के लोग बचाव में उतर आए हैं। कट्टरपंथियों के द्वारा किये गए ट्वीट का खुलकर विरोध कर रहे हैं। उनके पैतृक गांव निवासी जहांगीर, मौहम्मद अरमान, सुलेमान और रहीस आदि का कहना है कि शमी का जो लोग विरोध कर रहें हैं। वो उनके मुखालफती लोग हैं। शमी ने जो बधाई दी है वो भाईचारे की एक मिसाल हैं।
यह भी पढ़ें- Varanasi: ‘आदिपुरुष’ के टीजर पर विवाद, काशी में जलाए गए कलाकारों के पुतले