Unseasonal Rain: पिछले दिनों से प्रदेश में हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है तो कई हिस्सों में ओला वृष्टि से हालत खराब है। वहीं इस बारिश से खेत में खड़ी फसल को बर्बाद कर के रखा है। किसानों अपनी खड़ी फसल को बर्बाद होता देख वो चिंतित हो गए हैं। बेमौसम की इस बरसात से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली को धान का कटोरा कहा जाता है और यहां धान की बहुत ही अच्छी पैदावार होती है।लेकिन इसके साथ-साथ किसान गेहूं और दलहन और तिलहन की फसलों की भी खेती करते हैं।चंदौली में बीती रात तेज हवा के साथ बारिश हुई थी।यह सिलसिला आज भी जारी है और छिटपुट तरीके से चंदौली के अलग-अलग इलाकों में अभी भी हल्की-फुल्की बारिश हो रही है। लेकिन इस बेमौसम की बरसात ने अन्नदाताओं के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं।
जानकारी हो कि मौसम विभाग का मामना है कि आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का यही मिजाज देखने को मिलेगा। बिन मौसम की बारिश से जहां एक ओर मौसम काफी सुहावना हो गया है तो वहीं किसानों की चिंता बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक दो दिनों तक मौसम का यही हाल देखने को मिलेगा। जानकारी हो कि कई स्थानों पर हो लरही ओलावृष्टि से खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है।
उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से बारिस और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। फसलों के नुकसान प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बयान दिया है। मिर्ज़ापुर के जमालपुर मे कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है। सूचना के मुताबिक चार जिलों में ओलावृष्टि की जानकारी है। मुख्यमंत्री ने सभी डीएम से रिपोर्ट मांगी है।
यह भी पढ़ें- Deputy CM केशव मौर्य ने सुनी लोगों की समस्याएं, अधिकारियों को दिए त्वरित निस्तारण के आदेश