(Arrested close to Akhilesh Yadav): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में इस समय गिरफ़्तारी का दौर चल रहा है।
इसी बीच होली के अगले दिन उत्तर प्रदेश के एटा जिले से समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पिछले एक साल से गैंगस्टर सहित कई मामलों में फरार जुगेंद्र यादव को गिरफ्तारी के बाद एटा कोतवाली में लाया गया है।
सूत्रों के अनुसार जुगेंद्र सिंह को आगरा से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि किसी भी आधिकारी ने इस मामले में कुछ स्पष्ट नहीं कहा है। जुगेंद्र सिंह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बहुत करीबी माने जाते हैं।
उन्होंने साल 2017 और 2022 में एटा विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था। पुलिस ने इससे पहले उनके बड़े भाई और सपा से पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है।
जुगेंद्र सिंह यादव 25 हजार रुपये का इनमी बदमाश था। जिसकी घोसणा स्थानीय पुलिस ने किया था। 18 अप्रैल को जुगेंद्र सिंह तथा उनके बड़े भाई रामेश्वर सिंह यादव पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
उसके बाद से दोनों फरार चल रहे थे। 30 मई को न्यायालय ने नोटिस जारी किया। जिसमे लिख था कि दोनों पर कुर्की कार्रवाई के तहत उनके प्रतिष्ठानों पर चस्पा किया गया। बावजूद इसके वह हाजिर नहीं हुए थे।
पुलिस ने पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को 9 जून को आगरा के सिकंदरा थानांतर्गत सेक्टर 10 कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। अब वह भी जेल में हैं, वही जुगेंद्र सिंह फरार चल रहे थे। जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।
बता दें, जिला पंचायत चुनाव से पहले ही दोनों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। और प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार बनने के बाद उन पर शिकंजा कस दिया गया है। वही उनके खिलाफ जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करने के कई मुकदमे दर्ज किय गए है।
इसके बाद से दोनों सपा नेताओं के ठिकानों पर पुलिस घूमना शुरू कर दी थी। इसके बावजूद दोनों नेता गिरफ्तार नहीं हुए। और न ही अदालत में हाजिर हुए।
इसके बाद 31 मई को दोनों नेताओं के एटा और जैथरा स्थित आवास व प्रतिष्ठानों पर गैंगस्टर अधिनियम से धारा 82 के तहत कुर्की कार्रवाई के नोटिस भेजा गया। पुलिस ने 9 जून को रामेश्वर सिंह को आगरा से गिरफ्तार कर लिया था।