India News UP (इंडिया न्यूज़), UP Crime: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में क्रूरता की एक भयावह घटना में, दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया, क्योंकि वायरल वीडियो में उन्हें एक कछुए को ज़िंदा जलाते हुए दिखाया गया था। इस वीडियो ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, जिसमें एक असहाय कछुआ संघर्ष करता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि अपराधी उसे आग पर पकड़े हुए हैं। अधिकारियों ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करके और बर्बर कृत्य में शामिल संदिग्धों को पकड़कर कार्रवाई की।
#Saharanpur: जिंदा कछुए को जलाने का वीडियो आया सामने l#देवबंद थाने के गांव राजूपुर इलाके के रणसुआ के रहने वाले आकाश कुमार ने जिंदा कछुए को जलाने की एक वीडियो बनाई, जिसकी #फेसबुक अकाउंट पर रील लगाई l@saharanpurpol #UPPPOLICE #Videoviral pic.twitter.com/Vm84bpM7fD
— देश की एकता..!!🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@Abhitak_24) June 16, 2024
#WATCH सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो संज्ञान में आया है जिसमें दिखाई दे रहा है कि 2 व्यक्ति एक कछुए को जिंदा जला रहे हैं। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज़ करके दोनों अभियुक्तों को जेल भेजा गया है: सागर जैन, SP देहात सहारनपुर pic.twitter.com/JZr8NjlPw5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2024
आपको बता दें कि कछुओं के साथ अमानवीयता न केवल वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अपराध है, बल्कि कछुओं को पकड़ने, मारने और खाने पर सात साल की सजा का भी प्रावधान है। इसके बावजूद देवबंद पुलिस ने कछुआ जलाने वालों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई कर मामले को रफा-दफा कर दिया है।
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जानकारों के अनुसार कछुओं को पकड़ने, तस्करी करने, पालने, मारने, पकाने और खाने पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 2,9,39, 48ए, 50, 51 और 52 के तहत कार्रवाई की जाती है। लेकिन देवबंद पुलिस ने सिर्फ धारा 151 के तहत ही कार्रवाई की। इस पूरे मामले में जब पुलिस चौकी राजपुर प्रभारी खूब सिंह से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई करने की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
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