UP Global Investors Summit 2023:लखनऊ में आज से ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की शुरुआत हो चुकी है। पीएम मोदी ने सीएम योगी की मौजूदगी में समिट का उद्घाटन किया। इस बार इनवेस्टर्स समिट में 20 से ज्यादा देशों के 10 हजार डेलिगेट्स शामिल होंगे। यूपी सरकार का दावा है कि इनवेस्टर्स समिट में 27 लाख करोड़ से ज्यादा निवेश का प्रस्ताव आया है।
सीएम योगी ने बताया कि इस निवेश के कुंभ में अबतक हमने 18,643 एमओयू साइन किए हैं। इसमें 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके जरिए लगभग 92 लाख 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज से लखनऊ में तीन दिवसीय यूपी ग्लोबल इंवेस्टर समिट-2023 का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले ग्लोबल ट्रेड शो का उद्धाटन करने के बाद इंवेस्ट यूपी-2.0 पोर्टल को लांच किया। उसके बाद पीएम ने इनवेस्टर्स समिट में लगी हुई प्रदर्शनी का भ्रमण किया। निवेशकों के इस तीन दिवसीय महासम्मेलन में करीब 22 केंद्रीय मंत्री उत्तर प्रदेश की प्रगति और डबल इंजन की सरकार के लक्ष्यं को साझा करेंगे। बता दें कि यूपीजीआइएस में चालीस देशों से 400 से अधिक डेलीगेट्स अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आएगा। देश के अलग- अलग हिस्सों से 10 हजार छोटे से लेकर बड़े निवेशक महाकुंभ का हिस्सा बनेंगे। गौरतलब है कि यूपीजीआइएस-23 के माध्यम से सरकार ने शुरु में 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा था।
In UP, there are several new initiatives in dairy, fisheries, agriculture, food processing sectors & natural farming. Today, India is focused on crop diversification & reducing the input cost of our farmers. Hence we are putting a lot of effort in promoting natural farming: PM pic.twitter.com/7v605ZlkHC
— ANI (@ANI) February 10, 2023
पीएम मोदी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए सभी लोगों का स्वागत करते हुए उनका धन्यवाद किया और कहा यूपी के प्रति मेरा विशेष स्नेह है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यूपी इकलौता ऐसा राज्य होगा। जहां 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यूपी एक आशा, एक उम्मीद बन चुका है। कोरोना महामारी से बाहर निकलकर भारत फास्टेस्ट ग्रोथ इकोनामी कैसे बना है ये दुनिया के लोग भलीभांति जानते हैं। भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में भी ऐसे ही तेजी से आगे बढ़ती रहेगी। आखिर ऐसा क्या हुआ कि वैश्विक संकट के इस दौर में भारत ने रिकवरी भी तेजी से की है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है भारत का खुद पर बढ़ता भरोसा। भारत के लोगों का विश्वास। भारत के लोगों की आकांक्षा। अब यूपी को बीमारू राज्य नहीं सुशासन और गुड गवर्नेंस से पहचाना जा रहा है। यूपी की पहचान बेहतर कानून व्यवस्था, शांति और स्थिरता के लिए है।