इंडिया न्यूज, लखनऊ:UP MLC Election 2022 : यूपी विधान परिषद में 13 सीटों पर चुनाव होंगे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने सपा गठबंधन और अखिलेश यादव की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। सीधे तौर पर कहे तो टिकट वितरण को लेकर निशाना साधा है।
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने सीधे तौर पर टिकट विरण पर नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया।
सपा उम्मीदवारों के नामांकन के बाद ट्वीट कर कहा कि ‘भागीदारी देने की बात सिर्फ जुबा तक सीमित रखने से जनता उनको सीमित कर देती है। जो मेहनत करे, ताकत दे, उनको नजरअंदाज करो। जो सिर्फ बात करे उसको आगे बढ़ाओ, यह भविष्य के लिए हानिकारक है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का फैसला यकीनन सुभासपा के कार्यकतार्ओं को निराश करने वाला है। एक सहयोगी दल 38 सीट पर लड़कर आठ सीट जीतते हैं तो उन्हें राज्यसभा, हमें वहां कोई ऐतराज नही। लेकिन हम 16 सीट लड़कर छह सीट जीतते हैं तो हमारी उपेक्षा होती है। सवाल यह है कि ऐसा क्यो हो रहा है।
विधान परिषद न भेजे जाने से नाराज महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने तो बड़ा फैसला ले लिया है। उन्होंने ने सपा गठबंधन से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा कि दवाब डालने वालों को अखिलेश यादव विधान परिषद और राज्यसभा भेज रहे हैं। जब सपा को मेरी जरूर ही नहीं तो गठबंधन का क्या फायदा।
यह भी पढ़ेंः यूपी एमएलसी चुनाव 2022, सपा गठबंधन में बगावत के सुर
यह भी पढ़ेंः अखिलेश यादव ने साधा योगी पर निशाना, कहा- कानून व्यवस्था अब कहने सुनने की बात रह गई
यह भी पढ़ेंः स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का अनशन 108 घंटे बाद खत्म, शंकराचार्य के आदेश पर लिया फैसला