India News UP (इंडिया न्यूज़),UP News: एक बीएसएफ जवान ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस्पात मृत्यु की मांग की है। उसने इस कार्रवाई के पीछे अपनी पत्नी को बताया है। जवान ने पिछले दो सालों से अपनी पत्नी से परेशानी जता रहे हैं और उसकी पत्नी उसके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर रही हैं।
इसके परिणामस्वरूप जवान के परिवार के लोग जेल भी जा चुके हैं और प्रशासन कोई सहायता नहीं कर रहा है। जवान ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया का समर्थन लिया, जिसमें उसने अपनी कहानी साझा की है। उसने मदद की गुहार जताई है। बीएसएफ जवान वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में स्थायी कार्यरत हैं।
औरैया जिले के थाना सहार के पुर्वा रावत गांव में रहने वाले एक बीएसएफ सिपाही मुहम्मद दस्तगीर कुरैशी ने अपनी छुट्टी लेकर अपने घर आने की स्थिति में आकार्षित होकर मदद के लिए गुहार लगाई है। फौजी ने अपनी पत्नी की ओर से लगाए गए झूठे मुकदमों से परेशान होकर और न्याय न मिलने के कारण इच्छा मृत्यु की मांग की है। सेना के सदस्य ने राष्ट्रपति को पत्र में लिखकर जताया कि उसकी शादी कानपुर देहात जिले के थाना अकबरपुर के बारा गांव में रहने वाली इस्तियाक की बेटी के साथ 14 दिसंबर 2015 को मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार सम्पन्न हुई थी।
सैनिक ने बताया कि शादी के कुछ सालों बाद ही उनकी पत्नी ने दहेज एक्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था, जो अभी भी कोर्ट में पेंडिंग है। इसके बाद भी सैनिक की पत्नी ने उसके खिलाफ अन्य मुकदमे दर्ज कराए हैं। उन्होंने कानपुर जिला अधिकारी से न्याय की मांग की और एक वीडियो बनाया गया है।
सिपाही न्याय के लिए भटक रहा है और न्याय न मिलने पर देश के जवान ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। सेना के जवान ने जनपद मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी को एक पत्र दिया है, जिसमें उसने लिखा है कि पत्नी की तरफ से उसके ऊपर लगाए गए सभी मुकदमों की या तो सीबीआई जांच हो या फिर उसे इच्छा मृत्यु दे दी जाए।