India News UP (इंडिया न्यूज), UP News: अनजान शवों का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को शहर में कई अलग-अलग स्थानों पर आधा दर्जन और अनजान शव मिले। सात शवों की पोस्टमार्टम में मौत के कारणों में हीट स्ट्रोक होने का जिक्र नहीं किया गया। कुछ में हार्ट अटैक, कुछ में फेफड़ों की बीमारी और किसी के विसरा में कोई समस्या दिखाई दी।
अनजान लाशों का इकट्ठा होते जा रहा है। शुक्रवार को शहर में विभिन्न स्थानों पर आधा दर्जन या अनजान लाश पाई गई। स्थिति ऐसी थी कि जुमेरात की रात को पोस्टमार्टम हाउस में 43 लाश रखी गई थी। एक दिन में सात मौतों की पोस्टमार्टम हुई, लेकिन किसी भी मौत का कारण हीट स्ट्रोक नहीं था। किसी को हार्ट अटैक बताया गया, किसी को फेफड़ों की बीमारी बताई गई और किसी का विसरा सुरक्षित रखा गया था।
जल्दी पोस्टमॉर्टम करने के लिए तीन अतिरिक्त डॉक्टरों को शुक्रवार को ड्यूटी दी गई थी। इस वक्त पोस्टमॉर्टम प्रभारी नवनीत चौधरी का स्वास्थ्य बिगड़ गया और पतारा सीएचओ डॉ. अश्विनी कुमार बाघमारे गंगाजल खा गए और गिर पड़े। उन्हें उल्टी भी हो गई। अज्ञात शवों के लिए यह नियम है।
गुरुवार को 24 घंटे में 16 अज्ञात शव मिले थे। 72 घंटे में जब तक इनका निस्तारण हो पाता, शुक्रवार को ग्वालटोली, फीलखाना, बिल्हौर, रायपुरवा, कल्क्टरगंज और सचेंडी में छह और शव और मिल गए। अज्ञात शवों को रखने के लिए रैन बसेरा दिलाने की मांग – अज्ञात शवों को रखने के लिए रैन बसेरा लाने की मांगिकर्ताओं की मांग।
अज्ञात शवों के कारण स्थिति इतनी गंभीर है कि पोस्टमार्टम के लिए भी जगह नहीं है। पोस्टमार्टम प्रभारी डॉक्टर नवनीत चौधरी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस समस्या के बारे में फोन किया और जिलाधिकारी से लापता शवों को रखने के लिए रात भर स्थायी ठहराव मांगा है।