India News (इंडिया न्यूज़), Shailedra Shahi, UP News: उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग का हाल क्या है यह किसी से छुपा नहीं है क्योंकि परिवहन विभाग के बेड़े में जो बसे चल रही हैं, वह या तो खस्ताहाल हो चुकी हैं और या तो खटारा की श्रेणी में आ गई हैं, क्योंकि समय-समय पर यूपी की खटारा हो चुकी बसों के कारण यूपी परिवहन विभाग सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में बनी रही और उसे जमकर लोगों ने ट्रोल किया।
परिवहन विभाग में खटारा हो चुकी बसों को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करके बसों के बहाने यूपी सरकार को आड़े हाथों लिया और यूपी सरकार की बसों की आड़ में जमकर खिंचाई की। परिवहन विभाग की अगर बात की जाए तो उसमें बस्ती जिले के बसों का हाल बेहद खस्ताहाल हो चला है, क्योंकि जितनी बसें मीडिया में ट्रोल हुई उसमें 4 बसें सिर्फ और सिर्फ बस्ती की ही थी। खटारा बसों की तमगा लिए बस्ती डिपो की बसों को चेक करने आज उत्तरप्रदेश परिवहन विभाग के जीएम अजित सिंह बस्ती पहुँचे। जहां पर कई घण्टो तक उन्होंने बस्ती के बेड़े में चल रही बसों को बड़ी ही बारीकी से चेक किया। जैसे जैसे जीएम साहब की बसों की जांच करने का सिलसिला आगे बढ़ा वैसे वैसे बस्ती डिपो की कलई खुलती चली गई। फिर क्या था साहब की त्योरियां चढ़ गई और उन्होंने बस्ती डिपो अधिकारियों और कर्मचारियों को जमकर लताड़ा। साहब का गर्म मूड देख कर वहाँ तैनात कर्मचारियों की घिग्घी बंध गयी।
दरअसल बस्ती का परिवहन विभाग इन दिनों अपनी खटारा हो चुकी बसों के चलते सोशल मीडिया सेंसेशनल बनी हुई है। जिसमें एक नहीं दो नहीं बल्कि 4 बसों का धक्कामार वीडियो ऐसी ट्रोल हुई कि उसने बस्ती के परिवहन विभाग की बग्घियां उधेड़ कर रख दी। जिसपर बस्ती की इन बसों को लेकर प्रदेश में जमकर राजनीति भी हुई, क्योंकि इस समय यूपी परिवहन के बेड़े में जो खटारा बसें चल रही हैं,उनकी खस्ता हालत को देखकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी अपने टि्वटर अकउंट से वीडियो शेयर करते हुए यूपी सरकार की जमकर चुटकी ली।
जितनी भी बसे हाल फिलहाल में सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी उसमें से 4 बसे सिर्फ और सिर्फ बस्ती डिपो की ही थी। जिससे बस्ती परिवहन विभाग की साख पर जमकर बट्टा लगा था। जिसके बाद अब शासन ने भी इसका संज्ञान लिया है क्योंकि आज बस्ती डिपो का हाल जानने उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के महाप्रबंधक अजीत सिंह आज बस्ती पहुंचे। जहां पर उन्होंने बस्ती डिपो की बसों को बड़ी ही बारीकी से एक एक कर चेक किया।जैसे-जैसे यह चेकिंग अभियान आगे बढ़ा वैसे वैसे बस्ती डिपो की कलई भी खुलती चली गई।
बसों की चेक करने के दौरान जीएम साहब जब एक बस में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि बस में लगे अग्निशमन यंत्र में गैस ही नहीं है। उसको उन्होंने चेक किया तो पाया कि वह एकदम खाली है। जिसके बाद जीएम साहब का पारा और हाई हो गया और उन्होंने बस्ती डिपो के अधिकारियों और कर्मचारियों को जमकर लताड़ लगा डाली। इतना ही नहीं सिलेंडर को अपने हाथ से निकाल कर कर्मचारियों को दिया और कहा कि इसे तुरंत बदल कर लाओ। अग्निशमन यंत्र पर साहब ने बस्ती के एआरएम आयुष भटनागर का क्लास लगाते हुए कहा कि अगर बस में किसी दिन आग लग गई ,तो आप 6 महीने के लिए जेल में रहेंगे। जीएम साहब के तेवर देखकर डिपो अधिकारियों और कर्मचारियों की काफी देर तक घिग्घी बनी रही।
फिलहाल जिस तरह जीएम साहब की चेकिंग में बस्ती डिपो की खामियां निकलकर सामने आई उससे तो यही लगता है कि यूपी परिवहन को अपने यात्रियों की जान की जरा भी फिक्र नहीं है, खैर नाराज जीएम साहब वापस राजधानी लौट गए अब देखना यह होगा कि शासन की जाँच के बाद क्या बस्ती डिपो सुधरता है या वही ढाक के तीन पात ही रहेगा।
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