लखनऊ, इंडिया न्यूज यूपी/यूके: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह एक बार फिर जेल पहुंच गए हैं। हरिद्वार हेट स्पीच मामले में जितेंद्र त्यागी की अंतरिम जमानत खत्म हो चुकी है। 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने अपने आर्डर में उन्हें 2 सितंबर को हरिद्वर कोर्ट में सरेंडर करने के लिए निर्देश दिया था। इसी के तहत उन्होंने हरिद्वार जिला एवं सत्र न्यायालय पहुंचकर सरेंडर किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
हरिद्वार में वसीम रिजवी सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा पहुंचे। यहां अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से भेंट करके उनका आशीर्वाद लिया।
‘मुझे जेल में मारने की साजिश रची गई थी’
जेल जाने से पहले जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा, ‘मुझे ज्वालापुर के लोगों ने जेल के अंदर मारने की साजिश बनाई थी, लेकिन वह जेल प्रशासन के सख्त होने के कारण साजिश को अंजाम नहीं दे पाए।’
उन्होंने यह भी कहा, ‘जब से मैंने सनातन धर्म को अपनाया है, इस लड़ाई में अकेला हो गया हूं। लेकिन इसका मुझे कोई अफसोस नहीं है।’
4 महीने जेल में रहे थे वसीम रिजवी
– 17 से 19 दिसंबर 2021 तक हरिद्वार के वेद निकेतन में धर्म संसद हुई थी। आरोप है कि इसमें एक समुदाय को खत्म करने जैसी बातें कही गईं।
– ज्वालापुर निवासी गुलबहार खां ने हरिद्वार शहर कोतवाली में 23 दिसंबर 2021 को करीब 10 धर्मगुरुओं के खिलाफ हेट स्पीच की FIR कराई थी।
-आरोपियों में वसीम रिजवी भी एक थे। हरिद्वार पुलिस ने 13 जनवरी 2022 को वसीम रिजवी को यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर से गिरफ्तार किया था।
– वसीम रिजवी करीब 4 महीने तक जेल में रहे थे। इसके बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई।
– 29 अगस्त 2022 को अंतरिम जमानत समाप्त हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने वसीम रिजवी को 2 सितंबर तक सरेंडर करने का आदेश दिया था।