UP News: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह का आज तलाक हो गया। दोनों की शादी 2001 में हुई थी। दोनों का ये प्रम विवाह था। मिली जानकारी के अनुसार दोनों के बीच पिछले 10 सालों से रिश्ते कुछ ज्यादा ठीक नहीं थे। विगत वर्ष 30 सितंबर को पत्नी स्वाति सिंह ने दयाशंकर सिंह के खिलाफ फैमिली कोर्ट में वाद दाखिल किया था। इस केस में पत्नी स्वाति सिंह ने कहा था कि वो पूरी तरीके से अलग रह रही हैं। उन्होंने यहां पर दावा किया था कि उन दोनों के बीच किसी भी प्रकार का कोई रिश्ता नहीं है। उन्होंने कहा था कि जब दोनों पूरी तरीके से अलग रह रहे है तो उन दोनों को तलाक ही दे दिया जाए।
इसके बाद प्रतिवादी के अदालत में उपस्थित ना होने पर कोर्ट ने स्वाति के द्वारा पेश किए गए। सबूतों से सहमत होकर तलाक का फैसला सुना दिया। आपको याद दिलाते चले कि 11 साल पहले 2012 में भी कोर्ट में तलाक की अर्जी स्वाति सिंह ने दाखिल की थी लेकिन कोर्ट में उनकी गैर हाजिरी के कारण अदालत ने मामले को खारिज कर दिया था।
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच 2012 के बाद से खटास शुरू हो गई। जो कि दिन पर दिन बढ़ती गई। वहीं इस बीच दयाशंकर सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती के लिए बयान दिया। इस बयान को लेकर उनकी पत्नी स्वाति सिंह उनका बचाव करते नजर आई। इसके बाद माना जाने लगा कि दोनों के बीच सब ठीक होने लगा है।
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में दयाशंकर सिंह को टिकट नहीं मिला। वहीं उन्होंने बसपा सुप्रिमों पर दिए विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में थे। वो विवाद इतना बढ़ गया कि पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने दयाशंकर की पत्नी पर विवादित बयान दे डाला। इस प्रकरण के बाद दयाशंकर सिंह अपनी पत्नी के साथ नजर आए। इस मामले के बाद स्वाति सिंह का कद अचानक उंचा हो गया। परिणाम स्वरुप स्वाति सिंह को बीजेपी ने महिला मोर्चा का अध्यक्ष बना दिया।
मंत्री दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के बीच एक बेटा और एक बेटी हैं। पिछले 10 सालों से दयाशंकर और स्वाति सिंह अलग-अलग रहते आ रहे हैं। दोनों बच्चे अपने मां के साथ रहते हैं। लेकिन मंत्री दयाशंकर सिंह दोनों का खयाल रखते हैं,वहीं पूरा खर्च उठाते हैं।
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