India News (इंडिया न्यूज़), UP News: यह चौथी बार है जब पावर कॉर्पोरेशन ने कॉस्ट डाटा बुक में कोई बदलाव नहीं किया है। यदि विद्युत नियामक आयोग ने पावर कॉरपोरेशन के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी तो नए बिजली कनेक्शन की दरें 30-35 फीसदी तक बढ़ जाएंगी। इसका मतलब यह है कि ऊर्जा निगम बिजली दरें बढ़ाने का इरादे में है।
सितंबर में पावर कॉरपोरेशन ने बिजली वितरण कंपनियों की ओर से नियामक आयोग को एक प्रस्ताव सौंपा था। कड़े विरोध के बाद, आयोग ने टैरिफ की समीक्षा और एक प्रस्ताव का आदेश दिया। हालाँकि, 11 अक्टूबर को प्रस्तुत संशोधित लागत पुस्तिका में कोई बदलाव नहीं किया गया। यदि इस प्रस्ताव को अपनाया जाता है, तो छोटे और बड़े उद्योगों के सुरक्षा स्तर में 50 से 100 प्रतिशत से अधिक सुधार हो सकता है। ऐसे में उद्योगों के लिए नए कनेक्शन के टैरिफ में 100 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका सीधा बोझ कनेक्शन मालिक पर पड़ता है।
उत्तर प्रदेश विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष एवं इलेक्ट्रिसिटी समीक्षा आयोग के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली दरों में बढ़ोतरी का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। जब आयोग जल्द ही रिव्यू पैनल सब कमेटी की बैठक बुलाएगा, तो हम अव्यवहारिक टैरिफ का विरोध करेंगे।
नए संशोधित लागत डेटा बुक प्रस्ताव में ट्रांसफार्मर के स्थान से संबंधित कई बदलाव शामिल हैं। 16 केवीए 3 फेस ट्रांसफार्मर और 10 केवीए सिंगल फेज ट्रांसफार्मर के मामले में किसानों को राहत मिलेगी। हमेशा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाना जरूरी नहीं है।अब 12 किलो वाट नए कनेक्शन व 12 हॉर्स पावर तक के नए निजी नलकूप पर 16 केवीए ट्रांसफार्मर से भी काम चल जाएगा।