India News UP (इंडिया न्यूज़),UP News: अपना दल (एस) ने कहा है कि सांसद पकौड़ी लाल की पुत्रवधू को टिकट देने के विरोध में पार्टी से इस्तीफे की दलील देकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करने वाले राघवेंद्र प्रताप सिंह वास्तव में कांग्रेसी है और उन्होने पिछले साल ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
पिछले साल ही राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस में शामिल हो लिया था, उनके दल ने कहा कि सांसद पकौड़ी लाल की पुत्रवधू को टिकट देने के विरोध में पार्टी से इस्तीफे की दलील देकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया है। राघवेंद्र प्रताप सिंह वास्तव में कांग्रेसी हैं और पिछले साल ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
राघवेंद्र प्रताप सिंह ने लोकसभा चुनाव के बीच अपने दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। यह उनके पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने के बाद की गई घटना थी। इस्तीफे की आक्रोशितकर खबर से उनके दल (एस) ने कहा कि राघवेंद्र प्रताप लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। अपने दल ने कहा है कि सांसद पकौड़ी लाल की पुत्रवधू को टिकट देने के विरोध में पार्टी से इस्तीफे की दलील देने वाले राघवेंद्र प्रताप सिंह वास्तव में कांग्रेसी हैं। उन्होंने पिछले साल ही कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश श्रीवास्तव ने सोमवार को यूनीवार्ता के जरिए यह कहा है कि राघवेंद्र प्रताप सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। इस घोषणा के समय लोगों को गुमराह करने की ओछी हरकत की गई है।
डॉ. राघवेंद्र प्रताप सिंह ने 19 मई को एक पत्र लिखा था, जेहाँ उन्होंने आरोप लगाया था कि सोनभद्र सांसद पकौड़ी कोल ने क्षत्रिय और ब्राह्मण समुदाय पर अनुचित टिप्पणी की थी। उनकी टिप्पणी ने सवर्ण समाज में भारी नाराजगी भर दी है। इस परिस्थिति में सांसद पकौड़ी कोल की पुत्री वधु रिंकी कोल को रॉबर्टगंज से टिकट दिए जाने से समाज में व्यापक असंतोष है। मुझे भी पार्टी के इस निर्णय से असंतुष्ट और पीड़ित महसूस होता है।