UP Nikay Chunav 2023: सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) के ओबीसी आरक्षण(OBC Reservation) फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में राज्य चुनाव आयोग अब किसी भी दिन प्रदेश निकाय चुनाव 2023 का एलान कर सकता है। इसी के मद्देनज़र यूपी में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी (BJP) ने अपनी रणनीति में बड़ा फेरबदल किया। राज्य में होने वाले निकाय चुनाव(body elections) में प्रभारी बनाये गए मंत्रियों के नगर निगम बदले गए हैं।
गोरखपुर नगर निगम के चुनाव प्रभारी और कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना(cabinet minister suresh khanna) को बनाया गया है। जबकि पहले असीम अरुण(Aseem Arun) को ये जिम्मेदारी सौंपी गई थी। प्रयागराज के चुनाव प्रभारी अब स्वतंत्र देव सिंह(Swatantra Dev Singh) बने हैं। पहले ये जिम्मेदारी जितिन प्रसाद(Jitin Prasad) के पास थी। इसके अलावा मेरठ के प्रभारी धर्मपाल सिंह(Dharampal Singh) को बनाया गया है। इससे पहले केपी मलिक के पास प्रभारी की जिम्मेदारी थी। वहीं मथुरा और वृंदावन के प्रभारी के तौर पर संदीप सिंह को जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि पहले ये जिम्मेदारी रामनरेश अग्निहोत्री(Ramnaresh Agnihotri) के पास थी।
आगरा नगर निगम के प्रभारी एके शर्मा(AK Sharma) को बनाया गया है। पहले उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक(Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) यहां के प्रभारी थे। शाहजहांपुर के प्रभारी नरेंद्र कश्यप बने हैं। पहले कपिल देव अग्रवाल के पास ये जिम्मेदारी थी। इसके अलावा वाराणसी के प्रभारी अब जयवीर सिंह होंगे। पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य(Keshav Prasad Maurya) यहां के प्रभारी थे। वहीं कानपुर की जिम्मेदारी नंद गोपाल गुप्ता नंदी(Nand Gopal Gupta Nandi) सौंपी गई है। जबकि मुरादाबाद के प्रभार अब जितिन प्रसाद को सौंपा गया है। इन नामों के अलावा सहारनपुर में अब योगेंद्र उपाध्याय प्रभारी रहेंगे। वहीं असीम अरुण गाजियाबाद के प्रभारी बनाए गए हैं। जबकि झांसी की प्रभारी के तौर पर बेबी रानी मौर्य बनी रहेंगी। जबकि अलीगढ़ के प्रभारी लक्ष्मी नारायण चौधरी को बनाया गया है। बरेली में जयवीर सिंह को प्रभारी बनाया गया है। वहीं अगर दोनों डिप्टी सीएम की बात करें तो दोनों में से किसी को भी नगर निगम के प्रभारी के तौर पर जिम्मेदारी नहीं मिली है। बल्कि उन्हें 25-25 जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी नगर निकाय 2023 के चुनाव को 2024 लोकसभा का सेमीफाइनल चुनाव मान रही है।
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