Pilibhit
इंडिया न्यूज, पीलीभीत (Uttar Pradesh)। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से जुड़ी एक बेहद चौकाने वाली खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने वाली महिला नाबालिग पाई गई है। शादी के छह महीने बाद जिस विवाहिता को पुलिस ने नाबालिग पाया है, उसको लेकर चौकाने वाला खुलासा हुआ है। विवाहिता की शादी के लिए जिस आधारकार्ड का इस्तेमाल किया गया है, उसकी बर्थडेट पीलीभीत के एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा की टीसी में छेड़छाड़ कर तैयार किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए स्कूल की टीचर का बयान दर्ज किया है।
टीचर का बयान
मामले में टीचर ने अपना लिखित बयान दिया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि विवाहिता के ही गांव के रहने युवक ने स्कूल से अर्पिता नाम की छात्रा की टीसी ली थी। उसका नाम स्कूल रजिस्टर में सीरियल नंबर 2000 पर दर्ज है। जिस विवाहिता को लेकर विवाद हुआ है, उसने रामपुर बसंत स्कूल में कभी पढ़ाई की ही नहीं। अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी टीसी में छेड़छाड़ कर नाबालिग को बालिग बनाकर शादी कराई गई है।
पुलिस ने जिन दस्तावेजों को आधार बनाकर मामला दर्ज किया है, वो शाहजहांपुर के निगोही के एक स्कूल के हैं। मामला सुर्खियां में आते ही हड़कंप मच गया। मामले से जुड़े लोग खुद के बचाव में जुट गए है ।
जांच में उजागर हुई नई कहानी
बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव मानपुर बंडा के रहने वाले एक युवक ने शाहजहांपुर के सिधौली थाना क्षेत्र के कटिया गांव के रहने वाले कुछ लोगों के खिलाफ नाबालिग बेटी को ले जाने का आरोप लगाया है। इस लिस्ट में विनीत, मुकेश, अवधेश, दृगपाल और विनोद का नाम शांमिल है। मामले में 10 दिसबंर को रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी विनीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
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