India News, इंडिया न्यूज, UP Politics: एक तरफ बीजेपी कर्नाटक चुनाव में करारी हार को लेकर आत्ममंथन व कारणों को ढूढने में जुटी हुई है। वहीं एनडीए की सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के एक बयान ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। चोपन नगर पंचायत में निषाद पार्टी को मिली जीत के बाद सम्मान समारोह में सोनभद्र पहुंचे संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है।
निकाय चुनाव के जीत से गदगद संजय निषाद का मानना है कि नदियों के तट पर बसे 17 नगर निगम में जीत इसलिए हुई है क्योंकि वहां नदियों से निषाद पार्टी का जुड़ाव है और निषाद पार्टी ने वहां बढ़चढ़ कर भाग लिया।
वहीं जब पत्रकारों ने यह पूछा कि आखिर डाला-ओबरा जैसी महत्वपूर्ण सीट जहां न सिर्फ भाजपा के मंत्री का गढ़ था बल्कि भाजपा की परंपरागत सीट थी वह भी हार गई। डा। संजय निषाद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि “जहां भाजपा ने निषाद पार्टी का समर्थन लिया वहां भाजपा ने जीत हासिल की है और जहां भाजपा ने निषाद पार्टी समर्थन नहीं लिया वहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।”
डा0 संजय निषाद के इस बयान से साफ है कि 2024 नजदीक है और यदि भाजपा को यूपी में जीत हासिल करना है तो निषाद पार्टी को साथ लेकर चलना होगा । क्योंकि यूपी के कई लोकसभा क्षेत्र नदियों के तट पर बसे हैं जहां निषादराज का बोलबाला है । ऐसे में बीजेपी को अब संजय निषाद के इस बयान को भी गंभीरता से लेना होगा ताकि बाद में कोई पछतावा न हो सके।
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