India News (इंडिया न्यूज़),UP Poltics: बीजेपी के पूर्व सांसद के एक बयान से राजनीति में भूचाल आ गया और सांसद के बयानों को लेकर सियासत भी तेज हो गयी है। दरअसल दो दिन पूर्व सोनभद्र के केवट गांव में वन कर्मियों और आदिवासियों के बीच मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद जिले में हड़कम्प मचा हुआ है। आदिवासियों के साथ हुए उत्पीड़न के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर योगी सरकार में राज्यमंत्री संजीव गोंड़ के साथ पूर्व सांसद छोटे लाल खरवार केवटम गांव पहुंचे थे। जहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों के अलावा वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी व पुलिस भी मौजूद थी।
मंत्री व पूर्व सांसद के मौजूदगी में पीड़ित परिवार ने बताया कि कैसे वन विभाग के अधिकारी घर में जाकर मारपीट की और जब ग्रामीण कारण पूछने के लिए वन चौकी पर पहुंचे तो वहां हवाई फायरिंग तक कर दी। इतना ही नहीं 17 नामजद और 40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया।
आदिवासियों की पीड़ा सुनते ही पूर्व सांसद छोटे लाल खरवार वन विभाग व पुलिस पर भड़क गए औऱ कहा कि इन्हीं आदिवासियों की वजह से मणिपुर जल रहा है और वहां सरकार फेल हो गयी। इतना ही नहीं पूर्व सांसद ने यहां तक कह दिया कि आदिवासी भड़क गए तो थाना-चौकी फुंक जाएगी। बड़ी बात यह भी थी कि जब पूर्व सांसद यह सब बोल रहे थे तो मंत्री संजीव गोंड़ उनके बगल में बैठे थे। यानी योगी सरकार के मंत्री के सामने किस तरह पूर्व सांसद मणिपुर की तरह यहां क्या-क्या हो सकता है बता रहे थे।
बहरहाल पूर्व सांसद का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कांग्रेस ने भी इस बयान को अपने ट्वीट हैंडल से ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कुल मिलाकर जहां सांसद के बयान ने मणिपुर की घटना को लेकर मोदी सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है। वहीं सोनभद्र में आदिवासियों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर मंत्री की मुहर लगने के बाद योगी सरकार भी कानून व्यवस्था पर घिर गई है।