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इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद नए सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। चर्चा है कि ओमप्रकाश राजभर नए साल में नई सियासत दिखकर लोगों को चौंका सकते हैं। हालांकि राजभर ने कहा कि इस मुलाकात के कोई सियासी मायने नहीं हैं। वे तो क्षेत्रीय समस्याओं और खुद के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा करने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने गठबंधन की अटकलों पर कहा कि गठबंधन के लिए सही मंच का इंतजार करिए।
विपक्ष से मिलने से कोई काम नहीं होगा
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एक काम के सिलसिले में बृजेश पाठक से मुलाकात हुई। कोई राजनीतिक मुलाकात नही थी। काम के सिलसिले में सत्ता पक्ष के लोगों से मुलाकात होती रहती है। जब मंत्री विदेश दौरे पर जा रहे थे तब भी मंत्रियों से मुलाकात हुई थी। काम कराने के लिए सत्ता पक्ष के लोगो से ही मिलना पड़ता हैद्ध विपक्ष के लोगों से मिलने पर काम थोड़े ही होगा।
धमकी वाले प्रकरण में सपा का बताया हाथ
धमकी वाले फ़ोन और कार्यालय की रेकी पर राजभर ने कहा कि पिछडों के हक की बात कर रहे हैं तो कुछ लोगों को बुरा लग रहा है। हम सामाजिक न्याय समिति को लागू करने की बात करते हैं तो लोगों को बुरा लगता है। प्रमोशन में आरक्षण समाजवादी पार्टी ने खत्म किया और मैं इसे खुल कर बोल रहा हूं। समाजवादियों के द्वारा दी जा रही है बार-बार धमकी, सोशल मीडिया पर धमकी के साथ कार्यालय पर भी रेकी कर के दी जा रही है धमकी। धमकी से हम डरने वाले नहीं है। हम उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं जिनको आजादी के बाद से उनका हिस्सा नहीं मिला। इनकी आबादी 38% है। इनको बुरा लग रहा है। सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट क्यों नहीं लागू की जा रही है? कोर्ट का आदेश हो गया 4 सितंबर 2000 को कहा कि 12 जातियां लाभ उठा रही है। सवाल तो उन्हीं लोगों से है जो सत्ता में थे तो उन्हें क्यों बुरा लग रहा है?
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