इंडिया न्यूज, लखनऊ:
UP Vidhan Sabha Election 2022 चर्चित मुख्तार अंसारी इस विधान सभा चुनाव मैदान में नहीं उतर रहे हैं। पर उनके परिवार की अगली पीढ़ी, यानि की बेटा और भतीजा चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। अंसारी का मऊ अज्ञैर गाजीपुर के संग ही पूर्वांचल की राजनीत पर गहरा असर है। मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के साथ ही मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के बेटे सुहैब अंसारी उर्फ मन्नु ने अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
सपा गठबंधन में शामिल सुभासपा ने बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की जगह उनके बेटे अब्बास अंसारी को टिकट दिया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने अब्बास अंसारी को मऊ सदर से अपना प्रत्याशी बनाया है, जहां से मुख्तार अंसारी विधायक हैं। समाजवादी पार्टी ने मुख्तार अंसारी से बड़े भाई पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह को पहले गाजीपुर के मोहम्मदाबाद से प्रत्याशी बनाया था। अब उनकी जगह उनके बेटे सुहैब उर्फ मन्नू अंसारी को नामांकन कराया गया है। विधानसभा चुनाव के मैदान में इस बार ना तो मुख्तार अंसारी मऊ से चुनाव लड़ रहे है और ना ही उनके भाई पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह।
युवाओं ने अब मोर्चा संभाल लिया है। अब्बास अंसारी ने इससे पहले 2017 में मऊ की घोसी विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के फागू चौहान से चुनाव हार गए थे। मुख्तार अंसारी के विधानसभा चुनाव 2022 में ना उतरने के फैसले पर लोगों को लगा था कि जमानत ना मिल पाने के कारण उन्होंने यह कदम उठाया है। अब उनके बड़े भाई सिबगतुल्लाह ने भी मैदान से हटने का फैसला कर लोगों को असमंजस में डाल दिया है। मुख्तार अंसारी बीते 15 वर्ष से जेल में हैं। इस दौरान भी चुनाव जीते हैं। पिछला चुनाव बसपा से जीता था।
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