इंडिया न्यूज, लखनऊ:
UP Vidhan Sabha Election 2022 यूपी विधान सभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने परंपरागत मैनपुरी के करहल से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। इस सीट से सपा बीते 30 सालों से चुनाव नहीं हारी है। यह सीट सपा का गढ़ कहलाती है। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर के सदर तथा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के प्रयागराज के सिराथू से चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने अखिलेश यादव के करहल से चुनाव लड़ने की पुष्टि की। इससे पहले लखनऊ में बुधवार को ही अखिलेश यादव ने इसका संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि हम तो सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश यादव के चुनाव का प्रभारी मैनपुरी से सांसद रहे तेज प्रताप यादव को बनाया गया है। मैनपुरी से ही मुलायम सिंह यादव सांसद हैं। यहां पर 20 फरवरी को मतदान होगा।
आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने इसका एलान कर दिया है। कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश यादव आजमगढ़ की किसी सीट या फिर बदायूं के गुन्नौर से चुनावी मैदान में आएंगे, लेकिन उनको पार्टी ने पैतृक सीट से मैदान में उतार दिया है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी पिछले 30 वर्ष से चुनाव नहीं हारी है। 2017 के चुनाव में मोदी-योगी की लहर के बावजूद यहां सपा प्रत्याशी सोबरन सिंह को यहां 50 फीसदी वोट मिले थे। आधिकारिक तौर पर पार्टी ने इसकी घोषणा नहीं की है।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने करहल के जैन इंटर कॉलेज से ही शिक्षा ग्रहण की थी और इसके बाद वह यहां पर शिक्षक भी रहे। करहल मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई से महज पांच किलोमीटर दूर है। करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) का सात बार कब्जा रहा है। इस विधासभा सीट से 1985 में दलित मजदूर किसान पार्टी के बाबूराम यादव निर्वाचित हुए।
इस सीट पर 1989 व 1991 वह समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) 1993 व 1996 में सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद 2000 के उपचुनाव में सपा के अनिल यादव जीते। 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव जीते। सोबरन सिंह यादव बाद में सपा में गए और 2007, 2012 और 2017 में विधायक चुने गए। करहल विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में सपा ने सोवरन सिंह सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सोवरन सिंह यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रमा शाक्य को 40 हजार से अधिक वोट के बड़े अंतर से हराया।