India News (इंडिया न्यूज), UP Weather: देश सहित उत्तर प्रदेश में भी एक बार फिर बारिश का सिलसिला जारी है। उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में झमाझम बारिश का अलर्ट जारी किया। प्रदेश के 50 से ज्यादा जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसमें से 32 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
यूपी में एक बार फिर मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। बता दें, 32 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में 31 जुलाई तक मानसून की बारिश होती रहेगी।वहीं शनिवार(आज) रविवार को भी अच्छी वर्षा की संभावना नजर आ रही है। बारिश के साथ बिजली गिरने और चमकने की भी चेतावनी जारी की गई है।
यूपी मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी यूपी के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की संभावनाएं हैं। अगले 24 घंटे में लखनऊ, बाराबंकी, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या समेत 46 जनपदों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावनाएं हैं। वहीं, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, कौशांबी, हमीरपुर और महोबा समेत 18 जनपदों में भारी बारिश के आसार हैं। मानसून के सक्रिय होते ही बंगाल की खाड़ी से नम हवाएं फिर से आना शुरू हो गई हैं, अगले दो दिन बाद पूर्वी यूपी में भारी बारिश होने के संभावना है।लेकिन इसके पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई यानी शुक्रवार से लेकर 30 जुलाई तक रुक-रुक कर हल्की बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में तेज बारिश होने का भी पूर्वानुमान है।
विभाग ने द्वारा बताया गया कि सोमवार 31 जुलाई और मंगलवार पहली अगस्त को भी पश्चिमी व पूर्वी क्षेत्रों में लगभग सभी स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार मानसून पश्चिमी यूपी में पिछले दो दिनों से सक्रिय है। अब मानसून की ट्रफ लाइन क्रमश: उत्तर की ओर खिसक रही है. साथ ही उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान के आसपास चक्रवातीय दबाव बना हुआ है।
मौसम विभाग ने आज पश्चिमी यूपी में लगभग सभी स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना जाहिर की है। वहीं पूर्वी यूपी में कुछ स्थान पर ही गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके बावजूद भी नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण घाघरा और सरयू नदी पूरे उफान पर है। प्रशासन के अधिकारी संभावित बाढ़ को लेकर पूरी तैयारी में जुट गए। बाढ़ से लोगों को जागरूक करने के लिए आज पूर्वाभ्यास कराया जाएगा।
IMD ने बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर खासतौर से पक्के मकानों में आश्रय ले। जर्जर मकानों में ना रहे। बारिश के दौरान पेड़ के नीचे बिजली के तार खंभों ऊंचे स्थान पर ना रहे। चार पहिया वाहन से यात्रा कर रहे हैं, तो खुले आसमान के नीचे गाड़ी का शीशा लाक कर बारिश होने तक खड़े हो जाएं।