Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, सहारनपुर (Uttar Pradesh)। यूपी एटीएस ने वीडियो और आतंकवादी साहित्य के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस ने शनिवार को एक बयान में कहा कि एटीएस ने 30 दिसंबर को यूपी के सहारनपुर के रहने वाले अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया था।
‘जेहादी वीडियो और साहित्य’ दिखाने का आरोप
एटीएस ने अजहरुद्दीन को युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए कथित तौर पर ‘जिहादी वीडियो और साहित्य’ दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह कथित तौर पर उन्हें आतंकी संगठनों की विचारधारा से जोड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था। एटीएस ने कहा कि अजहरुद्दीन को लुकमान के खुलासे के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, जिसे पहले आतंकवादी समूह अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) और जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के साथ संबंध रखने के लिए गिरफ्तार किया गया था। 26 सितंबर को एटीएस ने लुकमान को गिरफ्तार किया और उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया। ईडी ने इस मामले में पहले मोहम्मद मुदस्सिर और 10 अन्य को गिरफ्तार किया था।
जेहादी विचारधारा का प्रचार करते थे
हरिद्वार के रहने वाले मुदस्सिर से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि अजहरुद्दीन की इस मामले में संदिग्ध पृष्ठभूमि थी और उसे पूछताछ के लिए लाया गया था। एटीएस ने कहा कि बाद में उसे 30 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। एटीएस ने बयान में कहा, ”आरोपी अजहरुद्दीन, बांग्लादेशी आरोपी व्यक्ति और एक्यूआईएस (भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा) और जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश) के सक्रिय अपराधी मुदस्सिर, अबू तल्हा, अहसान और अन्य के साथ हाथ मिलाते हुए जेहादी विचारधारा का प्रचार करते थे।
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