Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने मंगलवार सुबह PWD मुख्यालय पर छापेमारी की। मंत्री के पहुंचने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान कई जूनियर इंजीनियर लापता मिले। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई है। मंत्री ने गड्ढा मुक्त अभियान की रिपोर्ट तलब की है। इस मौके पर मंत्री ने गुजरात के मोरबी में हुई दुर्घटना को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि यूपी में जो पुराने जर्जर पुल है उनकी जांच पड़ताल की जाएगी। यहां पर किसी तरीके की ऐसी घटना ना हो इसको लेकर पहले से सतर्कता बरती गई है।
गड्ढा मुक्त सड़कों के अभियान पर मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश भर में पीडब्ल्यूडी की जितनी भी सड़कें हैं, उनकी मरम्मत का काम समय पर पूरा हो जाएगा। युद्ध स्तर पर गड्ढा मुक्ति का काम होगा। अधिकारियों को काम पर लगाया गया है। कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
मंत्री जितिन प्रसाद ने सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल न करने पर कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
PWD मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों को ठीक करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा। सड़कों की मरम्मत के लिए विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। कोशिश होगी कि 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में हो रहा विभागीय कार्य के मुताबिक होगा। गुणवत्ता से किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं बर्दाश्त किया जाएगा। इसके लिए लगातार निरीक्षक कार्य जारी रहेगा। शीर्ष विभागीय अधिकारी और मेरे द्वारा खुद हो रहे कार्यों की गुणवत्ता देखी जाएगी।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने बताया कि 5 से 10 नवंबर तक प्रदेशभर के कार्यों की समीक्षा होगी। मानकों से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। इसके बाद जितिन प्रसाद ने विभागीय अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। बता दें, 384 करोड़ के बजट से शहर को गड्ढा मुक्त किया जाना है। इसमें कुछ सड़कें नई बनाई जाएंगी।
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