Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को लखनऊ में सम्मेलन किया। इसमें प्रदेश भर के मंडल प्रभारी शामिल हुए। मायावती ने यूपी निकाय चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को भाजपा का विकल्प बनने के लिए कहा है। यह भी सुझाव दिया कि छोटी-छोटी सभाएं की जाए। धन्नासेठों की पार्टियों की तरह दिखावे में नहीं पड़ना है।
मायावती ने साफ कर दिया है कि आने वाले निकाय और लोकसभा चुनाव में बीएसपी पूरे दमखम से मैदान में उतरेगी। दलित प्लस मुस्लिम वोट फॉर्मूले से बीएसपी यूपी के राजनीतिक पंडितों को चौंकाने की तैयारी में हैं।
मायावती ने कहा कि वैसे भी भाजपा को सत्ता सौंपकर अच्छे दिन पाने का अनुभव सार्थक नहीं होने से जनता दुखी है। महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, हिंसा, तनाव और अव्यवस्था से ध्यान भटकाने के लिए संघ अब जनसंख्या नीति और धर्मांतरण का बेसुरा राग अलाप रहा है, जो अनुचित है। यह भाजपा सरकार की विफलता से ध्यान हटाने के लिए भाजपा की सोची समझी रणनीति है। यूपी में कानून व्यवस्था खराब होने और सरकारी जु्ल्म बढ़ने से हालात बद्तर हैं।
बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर मतदाता पुनरीक्षण का काम अंतिम दौर में है। राज्य चुनाव आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण को लेकर एक अधिसूचना जारी की है। जिसमें बताया गया है कि 31 अक्टूबर से मतदाता सूची पुनरीक्षण शुरू हो जाएगा। इसके बाद 18 नवंबर को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन होगा। नगर निकायों में वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल 5 जनवरी 2024 को समाप्त हो रहा है। नवंबर-दिसंबर में चुनाव कराने की तैयारी है।
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